ब्लूम द्वारा शिक्षण का वर्गीकरण Bloom's Classification of Teaching
ब्लूम द्वारा शिक्षण का वर्गीकरण Bloom's Classification of Teaching |
- Head (ज्ञानात्मक ज्ञान क्षेत्र)
- Heart (भावात्मक ज्ञान क्षेत्र)
- Hand (मनोसंचालित ज्ञान क्षेत्र)
Head (ज्ञानात्मक ज्ञान क्षेत्र)
ज्ञानात्मक ज्ञान क्षेत्र बौद्धिक क्षमता के विकास से सम्बन्धित होता है। इस क्षेत्र को 6 स्तरों में विभाजित किया गया है-- ज्ञान - इसका सम्बन्ध जानकारी से होता है।
- बोध - इसका सम्बन्ध समझ से है।
- उपयोग - इसका सम्बन्ध अमूर्त ज्ञान को मूर्त रूप में लाना है।
- विश्लेषण - इसका सम्बन्ध प्राप्त सूचना को घटकों में विभाजित करना है।
- संश्लेषण - इसका सम्बन्ध सूचना से प्राप्त घटकों को समायोजित करना है।
- मूल्यांकन - यह एक सतत प्रक्रिया है। जिसका सम्बन्ध विशेष प्रयोजनों में प्रयुक्त तरीके और सामग्री के बारे में किए गए निर्णय से होता है।
Heart (भावात्मक ज्ञान क्षेत्र)
यह क्षेत्र में मनोभाव या मनोदृष्टि प्रेरणा, शिक्षण की सहभागिता, अनुशासन एवं इनके जैसे अन्य मूल्यों से सम्बन्धित होता है। इसके भी पाँच मुख्य स्तर है -- आकलन - यह अधिगम में सीखने की प्रक्रिया और उसकी महत्ता से सम्बन्धित होता है।
- आग्रहण - यह सुनने की इच्छा से सम्बन्धित होता है।
- प्रतिक्रिया - यह सहभागिता की इच्छा से सम्बन्धित होता है।
- संयोजन - यह मिलान करने से सम्बन्धित होता है।
- निरूपण - यह अन्तर करने या अभिव्यक्त करने से सम्बन्धित होता है।
Hand (मनोसंचालित ज्ञान क्षेत्र)
इस ज्ञान क्षेत्र में मनोगत्यात्मक, मनोप्रेरक या क्रियात्मक ज्ञान के क्षेत्र शामिल होते है। यह तकनीकी कौशल के अभिग्रहण से सम्बन्धित होता है। इस क्षेत्र के भी पाँच स्तर होते है -- हस्तकौशल - यह मशीनरी, उपकरण आदि के प्रयोग में कुशलता से सम्बन्धित होता है।
- प्रतिरूपता - यह शिक्षार्थी के कौशल के निखारा से सम्बन्धित होता है।
- स्पष्ट अभिव्यक्ति - यह शिक्षण में सतत् अभ्यास से सम्बन्धित होता है।
- परिशुद्धता - यह अभ्यास एवं सुधार से सम्बन्धित होता है।
- प्राकृतिकरण - यह शिक्षार्थी के तकनीकी कौशल से सम्बन्धित होता है।
-------------------------------
सम्बन्धित अन्य महत्वपूर्ण लेख 👇
Nice sir
ReplyDeleteTeeno me kya sambandh h
DeleteNice
ReplyDeleteVery nicr
ReplyDelete4H ki avdharna kisne di
ReplyDelete