Q. Feed-back of a message comes from:
(A) Satellite
(B) Media
(C) Audience
(D) Communicator
प्रश्न. किसी संदेश का फीड-बैक किससे आता है?
(A) सैटेलाइट
(B) मीडिया
(C) श्रोतावर्ग
(D) सम्प्रेषण
Feedback of a message comes from:
(C) Audience
Feedback is the response or reaction of the audience to the message
conveyed by the communicator. It helps the sender understand how the message
was received and interpreted, and it can be used to improve future
communication.
Feedback is the information or response that is given back to the
sender by the receiver after they have received and interpreted a message. It
is an essential part of the communication process, as it helps the sender
understand how their message was perceived and whether it was understood
correctly. Feedback can be verbal or non-verbal and can take many forms, such
as questions, comments, gestures, facial expressions, or written responses.
In communication, feedback serves several purposes:
1.
Clarification: It helps clarify any misunderstandings
or ambiguities in the message.
2.
Reinforcement: Positive feedback can reinforce the
sender's message and encourage similar communication in the future.
3.
Improvement: Constructive feedback provides
insights into how the sender can improve their communication skills or message
delivery.
4.
Engagement: It fosters engagement and interaction
between the sender and the receiver, making the communication process more
dynamic and effective.
Overall, feedback is crucial for effective communication, ensuring
that messages are accurately conveyed and understood.
किसी संदेश की प्रतिक्रिया निम्न से आती है:
(C) श्रोता
प्रतिक्रिया संचारक द्वारा दिए गए संदेश के लिए दर्शकों की प्रतिक्रिया या
प्रतिक्रिया है। यह प्रेषक को यह समझने में मदद करता है कि संदेश कैसे प्राप्त हुआ
और उसकी व्याख्या कैसे की गई, और इसका उपयोग भविष्य के संचार को बेहतर बनाने के लिए
किया जा सकता है।
फीडबैक वह जानकारी या प्रतिक्रिया है जो प्रेषक को संदेश प्राप्त करने और
उसकी व्याख्या करने के बाद वापस दी जाती है। यह संचार प्रक्रिया का एक अनिवार्य हिस्सा
है, क्योंकि यह प्रेषक को यह समझने में मदद करता है कि उनके संदेश को कैसे माना गया
था और क्या इसे सही ढंग से समझा गया था। प्रतिक्रिया मौखिक या गैर-मौखिक हो सकती है
और कई रूप ले सकती है, जैसे प्रश्न, टिप्पणियां, इशारे, चेहरे का भाव या लिखित प्रतिक्रियाएं।
संचार में, प्रतिक्रिया कई उद्देश्यों को पूरा करती है:
1.
स्पष्टीकरण: यह संदेश में किसी भी गलतफहमी या अस्पष्टता
को स्पष्ट करने में मदद करता है।
2.
सुदृढीकरण: सकारात्मक प्रतिक्रिया प्रेषक के संदेश को
सुदृढ़ कर सकती है और भविष्य में इसी तरह के संचार को प्रोत्साहित कर सकती है।
3.
सुधार: रचनात्मक प्रतिक्रिया इस बात की अंतर्दृष्टि
प्रदान करती है कि प्रेषक अपने संचार कौशल या संदेश वितरण को कैसे सुधार सकता है।
4.
जुड़ाव: यह प्रेषक और रिसीवर के बीच जुड़ाव और बातचीत
को बढ़ावा देता है, जिससे संचार प्रक्रिया अधिक गतिशील और प्रभावी हो जाती है।
कुल मिलाकर, प्रभावी संचार के लिए प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण है, यह सुनिश्चित
करना कि संदेश सही ढंग से व्यक्त और समझे गए हैं।