UGC NET General Paper |
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विभेदक अनुदेश विधि Differentiated Instruction Method
यह अधिगम प्रक्रिया की एक गतिशील और सक्रिय विधि है। इस विधि में
शिक्षक सिखाने के लिए विभिन्न योजनाओं और तरीकों का निर्माण करता है। यह विधि सभी प्रकार
के समूहों के लिए उपयोगी है। इस विधि में शिक्षण के गुणात्मक पहलुओं की अपेक्षा मात्रात्मक
पहलुओं को अधिक महत्व दिया जाता है। यह विधि छात्र केन्द्रित है, जिसमें अधिगम प्रक्रिया
का पाठ्यक्रम प्रासंगिक, रोचक और सक्रिय होता है। यह शिक्षण की एक संगठित और सुनियोजित
विधि है।
विभेदक अनुदेश विधि के लाभ
- इस विधि में छात्र पूर्णरूपेण सक्रिय रहता है।
- यह विधि सभी प्रकार के समूहों के लिए उपयोगी है।
- इस विधि में शिक्षण की मात्रात्मक उपलब्धि पर ध्यान दिया जाता है।
- यह विधि एक संगठित और सुनियोजित शिक्षण विधि है।
विभेदक अनुदेश विधि के दोष
- यह विधि छात्र केन्द्रित विधि है।
- इस विधि में शिक्षण के गुणात्मक पहलुओं को महत्व नहीं दिया जाता है।