UGC NET General Paper |
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व्याख्यान एवं प्रयोग प्रदर्शन विधि Lecture and
Demonstration Strategy Method
प्रयोग प्रदर्शन विधि को बड़े समूह के लिए लागू करने के लिए उसे
व्याख्यात्मक रूप से प्रस्तुत किया जाता है। इस विधि में व्याख्यान प्रस्तुति के समय
शिक्षण सहायक सामग्री जैसे- ब्लैकबोर्ड, प्रोजेक्टर आदि का प्रयोग किया जाता है जिससे
छात्र सम्पूर्ण शिक्षण कार्य के दौरान सक्रिय बना रहता है। इस विधि में शिक्षण प्रदर्शन
के दौरान शिक्षक छात्रों से प्रश्नोत्तर भी कर सकता है जिससे विषय-वस्तु को ओर अधिक
स्पष्ट किया जा सकता है।
व्याख्यान एवं प्रयोग प्रदर्शन विधि के लाभ
यह शिक्षण विधि मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों पर अधिक बल देती है।
यह शिक्षण विधि समय की बचत की दृष्टि से उपयुक्त विधि है।
यह शिक्षण विधि शिक्षण सहायक सामग्री के प्रयोग से किसी भी विषयवस्तु
को सरल एवं बोधगम्य बना देती है।
इस शिक्षण विधि में छात्र सम्पूर्ण व्याख्यान के दौरान सक्रिय बना
रहता है।
यह विधि छात्रों को वैज्ञानिक सत्यता की और प्रेरित करती है।
व्याख्यान एवं प्रयोग प्रदर्शन विधि के दोष
इस विधि में ‘करके सीखने’ जैसी पद्धतियों की अवहेलना की जाती है।
इस विधि में यह सम्भव है कि छात्र केवल प्रदर्शन के दौरान ही सक्रिय
रहे बाकी व्याख्यान के दौरान वह निसक्रिय हो सकता है।
इस विधि में व्यक्तिगत भिन्नता सिद्धान्त की अवहेलना की जाती है।
यह विधि पूर्व तैयारी के बिना और शिक्षण सहायक समग्री के खराब होने
से प्रभावित हो सकती है।
इस विधि में प्रमुख तथ्यों के स्थान पर आंशिक तथ्यों पर अधिक ध्यान
दिया जाता है।
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