वेदान्त दर्शन

वेदान्त परिचय संस्थापक – महर्षि बादरायण व्यास। मुख्य ग्रन्थ – वेदान्त दर्शन का मूल ग्रन्थ महर्षि बादरायण व्यास का ब्रह्म-सूत्र है। इसके अतिरिक्त इस दर्शन के प्रमुख ग्रन्थ निम्नलिखित हैं – गौड़पाद की माण्डूक्यकारिका। आचार्य शंकर का ब्रह्मसूत्र पर शारीरकभाष्य। आचार्य रामानुज का ब्रह्मसूत्र पर श्रीभाष्य, वेदान्तसार, वेदान्तदीप, वेदान्तसंग्रह। मध्वाचार्य का ब्रह्मसूत्र पर अणुभाष्य। निम्बार्क का ब्रह्मसूत्र पर वेदान्तपारिजातसौरभ। वल्लभाचार्य का ब्रह्मसूत्र पर अणुभाष्य। वेदान्त की प्रसिद्ध उक्तियाँ अहं ब्रह्मास्मि (बृह० उप०, 1/4/10)। तत्त्वमसि (छान्दोग्य, 6/87)। अयमात्मा ब्रह्म (बृहदा० उप०, 2/5/19)। एकमेवाद्वितीयम् (छा ० 622)। सर्व खल्विदं ब्रह्म (छा०, 3/14/1)। नेह नानास्ति किंचन (बृह, 4/4/19)। आत्मा का इदमेक एवाग्र आसीत् (ऐत०, 2/1/1)। प्रमुख सम्प्रदाय उपनिषद् को ही वेदान्त कहा गया है (वेदान्तो नामोपनिषद् प्रमाणम्, वेदान्तसार) क्योंकि वे वेद के अन्तिम भाग...