Sunday, October 17, 2021

स्पोक – SPOC (Small Private Courses)

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer


स्पोक – SPOC (Small Private Courses)

स्मॉल प्राइवेट एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो कि मूक्स (MOOCs) से काफी मिलता जुलता है। इस प्लेटफॉर्म पर छात्रों को सभी आवश्यक अध्ययन सामग्री विषविद्यालय स्तर पर प्राप्त होती है। यह प्लेटफॉर्म 20-30 भागीदारों के लिए होता है।

मूक्स - MOOCs (Massive Online Open Courses)

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer


मूक्स - MOOCs (Massive Online Open Courses)

मूक्स एक ओपन ऑनलाइन शिक्षण प्लेटफ़ॉर्म है जिस पर विश्वविद्यालय स्तर के पाठ्यक्रम शामिल किएगए है। इस प्लेटफ़ॉर्म का उद्देश्य व्यक्ति के अकादमिक विकास को उन्नत करना है। इस प्लेटफॉर्म पर वेब लेक्चर, ऑनलाइन मैटीरियल और ऑनलाइन फोरम की सुविधा मिलती है।

स्वयं प्रभा योजना Self-education Yojana

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer


स्वयं प्रभा योजना Self-education Yojana

स्वयं प्रभा एक टीवी प्रोग्राम के अन्तर्गत टीवी चैनलों का एक समूह है जिसमे 32 डी टी एच चैनल है। इन चैनलों को जी-सेट (GSAT)-15 उपग्रह के माध्यम से 24 घण्टे प्रसारित किया जाता है। इस प्रोग्राम की देखरेख की जिम्मेदारी इनप्लिबनेट (INPLIBINET) सेंटर की है। स्वयं प्रभा योजना के अन्तर्गत जो शिक्षण समग्री दिखाई जाती है उसको 4 वर्गों में बांटा गया है-

  1. उच्च शिक्षा के लिए (स्नातक और स्नातकोत्तर)
  2. स्कूली शिक्षा के लिए (9 वीं से 12 वीं)
  3. पाठ्यक्रम आधारित शिक्षा के लिए
  4. प्रतियोगी परीक्षा के लिए (10 वीं और 12 वीं)

 

Friday, October 15, 2021

स्वयं योजना Swayam Yojana

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer


स्वयं योजना Swayam Yojana

स्वयं भारत सरकार का एक ऑनलाइन शिक्षण प्रोग्राम है जिसके तीन आधारभूत उद्देश्य है –

  1. सिद्धांतों तक पहुँच
  2. निष्पक्षता
  3. गुणवत्ता

इस शिक्षण प्रोग्राम के द्वारा भारत सरकार सभी को श्रेष्ठ शिक्षण अधिगम उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। स्वयं योजना के मुख्य बिन्दु इस प्रकार है-

  • यह योजना डिजिटल क्रांति के माध्यम से उन विद्यार्थियों को जोड़ना का प्रयास है जो ज्ञान और अर्थव्ययस्था की मुख्य धारा से जुडने में असमर्थ है।
  • यह एक स्वदेशी तकनीक से विकसित आईटी मंच है जो कक्षा 9 से लेकर स्नातकोत्तर कक्षा तक के कोर्स उपलब्ध करता है।
  • स्वयं के पाठ्यक्रम विषय विशेषज्ञों के द्वारा तैयार किए गए है। जिसका प्रस्तुतीकरण 4 भागों में किया गया है – वीडियो व्याख्यान, pdf अध्ययन सामग्री, स्व-मूल्यांकन परीक्षा और समाधान।
  • स्वयं योजना में शिक्षण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए 9 राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किए गए है।
  • स्वयं पोर्टल पर पंजीकृत छात्र को सफलतापूर्वक पूर्ण किए गए कोर्स के अन्त में मूल्यांकन के द्वारा प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है। मूल्यांकन की प्रक्रिया प्रोकोर्ट्ड परीक्षा के माध्यम से किया जाता है।
  • विश्वविद्यालय अनुदान आयोग स्वयं के माध्यम से ऑनलाइन अधिगम पाठ्यक्रमों के लिए क्रेडिट फ्रेमवर्क विनियम, 2016 में जारी कर चुका है।
  • स्वयं पोर्टल मानव संसाधन विकास मंत्रालय (जिसे वर्तमान में शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है) तथा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा स्वदेशी तकनीक में माइक्रोसॉफ्ट की सहायता से निर्मित किया गया है।
  • स्वयं पोर्टल पर लगभग 2000 पाठ्यक्रमों के साथ लगभग 80,000 अधिगम घण्टों की होस्टिंग क्षमता है जिसमें स्नातक, स्नातकोत्तर, इंजीनियरिंग, विधि तथा अन्य व्यवसायिक पाठ्यक्रम शामिल है।     

ऑनलाइन शिक्षण विधि Online Teaching Method

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer


ऑनलाइन शिक्षण विधि Online Teaching Method

ऑनलाइन शिक्षण विधि को ई-लर्निंग कहते है। ब्रेडन हॉल की एक रिपोर्ट के अनुसार, “ई-लर्निंग में प्रारंपरिक कक्षा की सेटिंग में सीखने की तुलना में 40-60% कम समय की आवश्यकता होती है”। ई-लर्निंग के विकल्प छात्रों को अपने समय के अनुसार शिक्षण प्रक्रिया में भाग लेने की स्वतंत्रता प्रदान करते है। ई-लर्निंग के दो मुख्य घटक होते है- हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर। वर्तमान में भारत सरकार द्वारा प्रभावी ई-लर्निंग कोर्स समग्री तैयार करने के लिए आईसीटी द्वारा विषय विशेषज्ञों की टीम तैयार की है और अनेक ऑनलाइन प्रोग्राम भी शुरू किए है। स्वयं (Swayam) स्वयं-प्रभा (self-education) और मूक्स (MOOCs) प्रमुख ई-लर्निंग के प्लेटफ़ॉर्म है।

ऑनलाइन शिक्षण विधि के लाभ

  • ऑनलाइन शिक्षण प्रक्रिया से छात्रों का जुड़ना आसान होता है।
  • ऑनलाइन शिक्षण विधि कम खर्चीली है।
  • ऑनलाइन शिक्षण विधि ज्यादा व्यवस्थित होती है।
  • ऑनलाइन शिक्षण विधि रोचक होती है।
  • ऑनलाइन शिक्षण विधि में मूल्यांकन करना आसान होता है।
  • ऑनलाइन शिक्षण विधि में छात्र प्रतिपुष्टी अर्थात फीडबैक आसानी से दे सकते है।

ऑनलाइन शिक्षण विधि के दोष

  • यह विधि इन्टरनेट से जुड़ी तकनीकों पर आधारित होती है जिससे छात्रों का एक बड़ा समूह जिनके पास यह सुविधा नहीं इस शिक्षण व्यवस्था से वंचित रहते है।
  • ऑनलाइन शिक्षण विधि अभी तक छात्रों की समस्याओं को हल करने में सक्षम नहीं है।

 

Thursday, October 14, 2021

मिश्रित अधिगम विधि Blended Learning Method

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer


मिश्रित अधिगम विधि Blended Learning Method

यह शब्द शिक्षण में नया है। इस शब्द का उद्गम संयुक्त राज्य अमेरिका मे हुआ है। इस शब्द की अभी तक कोई सर्वमान्य परिभाषा नहीं है। मिश्रित अधिगम विधि ऑनलाइन शिक्षण विधि को प्रत्यक्ष परम्परागत शिक्षण से जोड़ता है। यह विधि विभिन्न दृष्टिकोणों को शिक्षाशास्त्र में विकसित करती है। इस विधि का मुख्य उद्देश्य वितरण के तौर-तरीकों के संयोजन के अनुभव द्वारा कुशल और प्रभावी शिक्षा प्रदान करना है।

मिश्रित अधिगम विधि के लाभ

  • यह विधि शिक्षण को नवीन पद्धतियों से जोड़ती है।
  • इस विधि के द्वारा शिक्षण प्रक्रिया में विभिन्न दृष्टिकोणों का विकास सम्भव है।
  • यह विधि एक कुशन शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के द्वारा एक प्रभावी शिक्षा प्रदान करने में सफल भूमिका निभाती है।

मिश्रित अधिगम विधि के दोष

  • इस विधि में अधिक संसाधनों की आवश्यकता होती है।
  • यह विधि शिक्षण के बाह्य संसाधनों पर निर्भर होने के कारण यदि संसाधनों में कमी आती है तो अधिक प्रभावी नहीं हो पाती ।  


वीडियो अपडेट के लिए यूट्यूब चैनल अभी अभी जुड़े 

👉🏻👉🏻  👈🏻👈🏻


-------------

विभेदक अनुदेश विधि Differentiated Instruction Method

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer


विभेदक अनुदेश विधि Differentiated Instruction Method

यह अधिगम प्रक्रिया की एक गतिशील और सक्रिय विधि है। इस विधि में शिक्षक सिखाने के लिए विभिन्न योजनाओं और तरीकों का निर्माण करता है। यह विधि सभी प्रकार के समूहों के लिए उपयोगी है। इस विधि में शिक्षण के गुणात्मक पहलुओं की अपेक्षा मात्रात्मक पहलुओं को अधिक महत्व दिया जाता है। यह विधि छात्र केन्द्रित है, जिसमें अधिगम प्रक्रिया का पाठ्यक्रम प्रासंगिक, रोचक और सक्रिय होता है। यह शिक्षण की एक संगठित और सुनियोजित विधि है।

विभेदक अनुदेश विधि के लाभ

  • इस विधि में छात्र पूर्णरूपेण सक्रिय रहता है।
  • यह विधि सभी प्रकार के समूहों के लिए उपयोगी है।
  • इस विधि में शिक्षण की मात्रात्मक उपलब्धि पर ध्यान दिया जाता है।
  • यह विधि एक संगठित और सुनियोजित शिक्षण विधि है।

विभेदक अनुदेश विधि के दोष

  • यह विधि छात्र केन्द्रित विधि है।
  • इस विधि में शिक्षण के गुणात्मक पहलुओं को महत्व नहीं दिया जाता है।

प्राकृतिक आपदा से बचाव

Protection from natural disaster   Q. Which one of the following is appropriate for natural hazard mitigation? (A) International AI...