Wednesday, October 6, 2021

किसी शोध विषय की मौलिकता किन घटकों पर निर्भर करेगी?

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151.किसी शोध विषय की मौलिकता किन घटकों पर निर्भर करेगी?

  1. विषय की विशिष्टता
  2. उपयोगितावादी आयाम
  3. सहयोग प्रणाली
  4. पर्यवेक्षण की अनावश्यकता
  5. अध्ययन की व्यवहार्यता

कूट :

a)  (1), (2), (3) और (5)

b) (2), (3), (4) और (5)

c)  (1), (2), (3) और (4)

d) (1), (2), (4) और (5)


उत्तर- (a) नवीन ज्ञान के लिए किये जाने वाले व्यवस्थित प्रयास शोध कहलाता हैं। शोध की प्रक्रिया एक गहन, सुव्यवस्थित व तार्किक प्रक्रिया होती है जो मानव के ज्ञान के भण्डार में वृद्धि करता है। नवीन सत्यों की खोज करना अथवा पुरातन सत्यों की नए ढंग प्रस्तुत करना ही ज्ञान का सृजन है कहलाता है। जो ज्ञान भण्डार को समृद्ध करता है।

किसी शोध विषय की मौलिकता निम्न घटकों पर निर्भर करेगी

  1. विषय की विशिष्टता
  2. उपयोगितावादी आयाम
  3. सहयोगी प्रणाली
  4. अध्ययन की व्यवहार्यता

नीचे दिए गए दो समुच्चयों में से समुच्चय- I में प्रस्तुतीकरण का प्रारूप दिया गया है, जबकि समुच्चय II में उनसे सम्बन्धित विशिष्ट स्वरूपों को दर्शाया गया है। इन दो समुच्चयों को सुमेलित कीजिए और अपना उत्तर इंगित करने के लिए कूट का चयन कीजिए

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150.नीचे दिए गए दो समुच्चयों में से समुच्चय- I में प्रस्तुतीकरण का प्रारूप दिया गया है, जबकि समुच्चय II में उनसे सम्बन्धित विशिष्ट स्वरूपों को दर्शाया गया है। इन दो समुच्चयों को सुमेलित कीजिए और अपना उत्तर इंगित करने के लिए कूट का चयन कीजिए- 

समुच्चय -1

(प्रस्तुतीकरण का प्रारूप)

समुच्चय- II

(विशिष्ट स्वरूप)

(A) शोध प्रबन्ध / लघु शोध प्रबंध

(i) विचारों की उन्मुक्त अभिव्यक्ति पर आधारित

(B) शोध पत्र

(ii) समूह-आधारित विमर्श, जो विनिर्दिष्ट होता है

(C) कार्यशाला

(iii) विशिष्ट प्रकरणों पर आधारित विमर्शी चर्चाएँ

(D) संगोष्ठी

(iv) कृत शोध की संक्षिप्तिका पर आधारित प्रस्तुतीकरण

 

(v) व्यवस्थित एवं निर्धारित प्रारूप

कूट :

a)  A- (i), B- (ii), C- (iii), D- (v)

b) A- (ii), B- (iii), C- (iv), D- (v)

c)  A- (iii), B- (i), C- (ii), D- (v)

d) A- (v), B- (iv), C- (ii), D- (iii)


उत्तर- (d)

  • शोध प्रबन्ध/लघु - व्यवस्थित एवं निर्धारित प्रारूप शोध प्रबंध
  • शोध पत्र - कृत शोध की संक्षिप्तिका पर आधारित प्रस्तुतीकरण
  • कार्यशाला - समूह-आधारित विमर्श जो विनिर्दिष्ट होता है
  • संगोष्ठी - विशिष्ट प्रकरणों पर आधारित विमर्शी चर्चाएँ

शोध के उन चरणों / सोपानों की पहचान कीजिए, जिसमें नैतिक निहितार्थों का मुद्दा प्रासंगिक होता है ?

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149.शोध के उन चरणों / सोपानों की पहचान कीजिए, जिसमें नैतिक निहितार्थों का मुद्दा प्रासंगिक होता है । दिए गए कूट में से अपना उत्तर चुनिए-

  1. शोध के प्रश्न की पहचान और उसे परिभाषित करना
  2. हल प्रस्तावित करने के लिए चरों के मध्य सम्बन्धों को कल्पित करना
  3. शोध उपकरणों के उपयोग के माध्यम से प्रदत्तों का संकलन
  4. समग्र तथा प्रतिदर्श चयन की पद्धति को परिभाषित करना
  5. प्रदत्त विश्लेषण और प्रयुक्त पद्धति
  6. निष्कर्षों/परिणामों की प्रतिवेदन पद्धति

कूट :

a)  (1), (2) और (3)

b) (3), (5) और (6)

c)  (2), (3) और (4)

d) (2), (3) और (6)


उत्तर- (b) शोध के निम्नांकित चरणों/सोपानों में नैतिक निहितार्थों का मुद्दा प्रासंगिक होता है –

  1. शोध उपकरणों के उपयोग के माध्यम से प्रदत्तों का संकलन
  2. प्रदत्त विश्लेषण और प्रयुक्त पद्धति
  3. निष्कर्षों / परिणामों की प्रतिवेदन पद्धति

नीचे दिए गए दो समुच्चयों में से समुच्चय- शोध की विधियों को निर्दिष्ट करता है, जबकि समुच्चय- II शोध की एक विधि से सम्बन्धित महत्वपूर्ण विशेषता का वर्णन करता है। इन दोनों को सुमेलित करें और अपने उत्तर को इंगित करने के लिए कूट को चुनिए

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148.नीचे दिए गए दो समुच्चयों में से समुच्चय- शोध की विधियों को निर्दिष्ट करता है, जबकि समुच्चय- II शोध की एक विधि से सम्बन्धित महत्वपूर्ण विशेषता का वर्णन करता है। इन दोनों को सुमेलित करें और अपने उत्तर को इंगित करने के लिए कूट को चुनिए-

समुच्चय- I

(शोध विधियाँ)

समुच्चय –II

(सम्बन्धित महत्वपूर्ण विशेषताएँ)

(A) प्रयोगात्मक विधि

(i) एक वृहत् प्रतिदर्श से समग्र पर सामान्यीकरण

(B) कार्योत्तर विधि

(ii) पूर्व-घटित घटनाओं के स्वरूपों को मुख्य और गौण स्रोतों के माध्यम से स्थापित करना

(C) ऐतिहासिक विधि

(iii) साझाकृत व्यवहारों के स्वरूपों का अध्ययन करना

(D) नृजातीय विधि

(iv) नियंत्रण के माध्यम से कारण और प्रभाव का निर्धारण

 

(v) प्रेक्षित प्रभावों से कारणपरक कारकों का पता लगाना

कूट :

a)  A- (iv), B- (v), C- (ii), D- (iii)

b) A- (i), B- (ii), C- (iii), D- (iv)

c)  A- (ii), B- (iii), C- (iv), D- (v)

d) A- (ii), B- (i), C- (iv), D- (iii)


उत्तर- ( a )

  1. प्रयोगात्मक विधि - नियंत्रण के माध्यम से कारण और प्रभाव का निर्धारण
  2. कार्योत्तर विधि - प्रेक्षित प्रभावों से कारणपरक कारकों का पता लगाना
  3. ऐतिहासिक विधि - पूर्व - घटित घटनाओं के स्वरूपों को मुख्य और गौण स्रोतों के माध्यम से स्थापित करना
  4. नृजातीय विधि - साझाकृत व्यवहारों के स्वरूपों का अध्ययन करना

शोध के अर्थ और विशेषताओं को सर्वाधिक उत्कृष्ट ढंग से प्रतिबिम्बित करता है?

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147.निम्नलिखित में से कौन-सा कथन शोध के अर्थ और विशेषताओं को सर्वाधिक उत्कृष्ट ढंग से प्रतिबिम्बित करता है? दिए गए कूट में से अपना उत्तर चुनिए-

  1. शोध का अर्थ यथास्थिति को चुनौती देने से है।
  2. शोध तथ्यों और सूचना के संग्रहण का एक प्रयास है।
  3. शोध निगमनात्मक और आगमनात्मक प्रक्रियाओं का एक संश्लेषण है।
  4. शोध का अर्थ अपने दावों और आस्थाओं को प्रमाणित करना है।
  5. शोध प्रतिवेदित अध्ययनों की एक सावधानीपूर्वक समीक्षा है।
  6. शोध ज्ञान की एक समीक्षात्मक एवं भावपूर्ण खोज है।

कूट :

a)  (1), (2) और (3)

b) (2), (4) और (5)

c)  (1), (5) और (6)

d) (1), (3) और (6)


उत्तर - (d) शोध के अर्थ और विशेषताओं को सर्वाधिक उत्कृष्ट ढंग से प्रतिबिम्बित करने वाली विशेषताएं निम्नलिखित है-

  1. शोध का अर्थ यथास्थिति को चुनौती देने से है।
  2. शोध निगमनात्मक और आगमनात्मक प्रक्रियाओं का एक संश्लेषण है।
  3. शोध ज्ञान की एक समीक्षात्मक एवं भावपूर्ण खोज है।

शोध का वह प्रतिमान, जो शोधार्थी-अभ्यासकर्ता की व्यावसायिक विशेषज्ञता के विकास पर बल देता है, कहलाता है?

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146.शोध का वह प्रतिमान, जो शोधार्थी-अभ्यासकर्ता की व्यावसायिक विशेषज्ञता के विकास पर बल देता है, कहलाता है–

  1. Pure research/मौलिक शोध
  2. Applied research/व्यवहृत शोध
  3. Action research/क्रियात्मक शोध
  4. Qualitative research/गुणात्मक शोध


उत्तर- (3) क्रियात्मक शोध अनुसंधान में आने वाली व्यवहारिक समस्याओं के समाधान करने एवं विद्यमान परिस्थितियों का उन्नयन करने पर जोर देता है। इसके अन्तर्गत दैनिक जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान किया भी जाता है। अनुसंधान का यह प्रतिमान शोधार्थी की व्यावसायिक विशेषज्ञता के विकास पर बल देता है जिससे शोधार्थी हर स्थिति एवं परिस्थिति में अपने आप को अपने कार्य में तैयार रखते हैं।

कलाकृतियाँ जो शोध में आंतरिक वैधता को दिखाती है और प्रभावित करती हैं?

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145.कलाकृतियाँ जो शोध में आंतरिक वैधता को दिखाती है और प्रभावित करती हैं-

  1. History/इतिहास
  2. Randomisation/यादृच्छिकता
  3. Maturity/परिपक्वता
  4. Instrumentation/यांत्रिकता
  5. Experimental mortality/प्रायोगिक मृत्युदर
  6. Matching/मिलान करना

कूट

a)  (1), (2), (3) और (4)

b) (1), (3), (4) और (5)

c)  (2), (3), (4) और (6)

d) (4), (5), (6) और (2)


उत्तर- (b) कलाकृतियाँ जो शोध में आंतरिक वैद्यता को दिखाती हैं और प्रभावित करती हैं, निम्न हैं –

  1. इतिहास
  2. परिपक्वता
  3. यांत्रिकता
  4. प्रायोगिक मृत्युदर

प्राकृतिक आपदा से बचाव

Protection from natural disaster   Q. Which one of the following is appropriate for natural hazard mitigation? (A) International AI...