नीचे दिए गए दो समुच्चयों में से समुच्चय- शोध की विधियों को निर्दिष्ट करता है, जबकि समुच्चय- II शोध की एक विधि से सम्बन्धित महत्वपूर्ण विशेषता का वर्णन करता है। इन दोनों को सुमेलित करें और अपने उत्तर को इंगित करने के लिए कूट को चुनिए
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   UGC NET General Paper  | 
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148.नीचे दिए गए दो समुच्चयों में से समुच्चय- शोध की विधियों को निर्दिष्ट करता है, जबकि समुच्चय- II शोध की एक विधि से सम्बन्धित महत्वपूर्ण विशेषता का वर्णन करता है। इन दोनों को सुमेलित करें और अपने उत्तर को इंगित करने के लिए कूट को चुनिए-
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   समुच्चय- I (शोध विधियाँ)  | 
  
   समुच्चय –II (सम्बन्धित महत्वपूर्ण विशेषताएँ)  | 
 
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   (A) प्रयोगात्मक विधि  | 
  
   (i) एक वृहत् प्रतिदर्श से
  समग्र पर सामान्यीकरण  | 
 
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   (B) कार्योत्तर विधि  | 
  
   (ii) पूर्व-घटित घटनाओं के
  स्वरूपों को मुख्य और गौण स्रोतों के माध्यम से स्थापित करना  | 
 
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   (C) ऐतिहासिक विधि  | 
  
   (iii) साझाकृत व्यवहारों के
  स्वरूपों का अध्ययन करना  | 
 
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   (D) नृजातीय विधि  | 
  
   (iv) नियंत्रण के माध्यम से
  कारण और प्रभाव का निर्धारण  | 
 
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   (v) प्रेक्षित प्रभावों से
  कारणपरक कारकों का पता लगाना  | 
 
कूट : 
a) A- (iv), B- (v), C- (ii), D- (iii)
b) A- (i), B- (ii), C- (iii), D- (iv)
c) A- (ii), B- (iii), C- (iv), D- (v)
d) A- (ii), B- (i), C- (iv), D- (iii)
उत्तर- ( a )
- प्रयोगात्मक विधि - नियंत्रण के माध्यम से कारण और प्रभाव का निर्धारण
 - कार्योत्तर विधि - प्रेक्षित प्रभावों से कारणपरक कारकों का पता लगाना
 - ऐतिहासिक विधि - पूर्व - घटित घटनाओं के स्वरूपों को मुख्य और गौण स्रोतों के माध्यम से स्थापित करना
 - नृजातीय विधि - साझाकृत व्यवहारों के स्वरूपों का अध्ययन करना
 
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