Tuesday, September 21, 2021

UGC Net Syllabus in Hindi



UGC Net Syllabus in Hindi 2021

यूनिट-1: शिक्षण अभिवृत्ति

ü  शिक्षण:  अवधारणाएं, उद्देश्य, शिक्षण का स्तर ( स्मरण शक्ति, समाज और विचारात्मक), विशेषताएँ और  मूल अपेक्षाएं।

ü  शिक्षार्थी की विशेषताएँ: किशोर और वयस्क शिक्षार्थी की अपेक्षाएँ (शैक्षिक, सामाजिक/ भावनात्मक और संख्यात्मक, व्यक्तिगत भिन्नताएं)

ü  शिक्षण प्रभावक तत्व:  शिक्षक, सहायक सामग्री, संस्थागत सुविधाएं, शैक्षिक वातावरण

ü  उच्च अधिगम संस्थाओं में शिक्षण की पद्धति:  अध्यापक केंद्रित बनाम  शिक्षार्थी केंद्रित पद्धति, ऑफलाइन बनाम ऑनलाइन पद्धतियां ( स्वयं, स्वयं प्रभा, मूक्स इत्यादि)

ü  शिक्षण सहायक प्रणाली: परंपरागत आधुनिक और आई सी टी  आधारित

ü  मूल्यांकन प्रणालियां:  मूल्यांकन के तत्व और प्रकार, उच्च शिक्षा में विकल्प आधारित क्रेडिट प्रणाली में मूल्यांकन, कंप्यूटर आधारित परीक्षा, मूल्यांकन पद्धतियों में नवाचार।

यूनिट-2: शोध अभिवृत्ति

ü  शोध:  अर्थ, प्रकार और विशेषताएं, प्रत्यक्षवाद एवं उत्तर- प्रत्यक्षवाद शोध के उपागम

ü  शोध पद्धतियां:  प्रयोगात्मक, विचारात्मक,  ऐतिहासिक, गुणात्मक एवं मात्रात्मक

ü  शोध के चरण

ü  शोध प्रबंध एवं आलेख लेखन: फॉर्मेट और संदर्भ की शैली

ü  शोध में आईसीटी का अनुप्रयोग

ü  शोध नैतिकता

 यूनिट-3: बोध

ü  एक  गद्यांश दिया जाएगा उस गद्यांश  से पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देना होगा।

यूनिट-4: संप्रेषण

ü  संप्रेषण:  संप्रेषण का अर्थ, प्रकार और अभिलक्षण

ü  प्रभावी संप्रेषण:  वाचिक और गैर- वाचिक,  अंतः सांस्कृतिक एवं सामूहिक संप्रेषण, कक्षा संप्रेषण

ü  प्रभावी संप्रेषण की बाधाएं

ü  जन-मीडिया एवं समाज

यूनिट-5: गणितीय तर्क और अभिवृत्ति

ü  तर्क के प्रकार

ü  संख्या श्रेणी,  अक्षर  श्रंखला, कूट और संबंध

ü  गणितीय अभिवृत्ति ( अंश,समय और दूरी, अनुपात, समानुपात, प्रतिशतता, लाभ और हानि, ब्याज और छूट, औसत आदि।)

यूनिट-6: युक्तियुक्त तर्क

ü  युक्ति के ढांचे का बोध:  युक्ति के रूप, निरूपाधिक तर्क वाक्य का ढाँचा, अवस्था और आकृति, औपचारिक एवं अनौपचारिक युक्ति  दोष, भाषा का प्रयोग, विरोध का परंपरागत वर्ग

ü  युक्ति के प्रकार:  निगमनात्मक और आगमनात्मक योग्य का मूल्यांकन और विशिष्ट करण

ü  अनुरूपताएं

ü  वेण का आरेख:  तर्क की वैधता सुनिश्चित करने के लिए वेण  आरेख का सरल और बहूप्रयोग

ü  भारतीय तर्कशास्त्र:  ज्ञान के साधन

ü  प्रमाण:  प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान, शब्द, अर्थ आपत्ति तथा  अनुपलब्धि

ü  अनुमान  की संरचना,  प्रकार, व्याप्ति

यूनिट-7: आंकड़ों की व्याख्या

ü  आंकड़ों का स्त्रोत, प्राप्ति और वर्गीकरण

ü  गुणात्मक एवं मात्रात्मक आंकड़े

ü  चित्रवत वर्णन ( बार- चार्ट, हिस्टोग्राम, पाई चार्ट, टेबल चार्ट, रेखा चार्ट) और आंकड़ों का मानचित्रण

ü  आंकड़ों की व्याख्या

ü  आंकड़े और सुशासन

यूनिट-8:  सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी)

ü  आईसीटी: सामान्य संक्षिप्तियां और शब्दावली

ü  इंटरनेट, इंट्रानेट, ई-मेल, भव्य दृश्य कॉन्फ्रेंसिंग की मूलभूत बातें

ü  उच्च शिक्षा में डिजिटल पहल

ü  आईसीटी और सुशासन

यूनिट-9: लोग विकास और पर्यावरण

ü  विकास और पर्यावरण: मिलेनियम विकास और संपोषणीय विकास का लक्ष्य

ü  मानव और पर्यावरण संव्यवहार: नृजातीय क्रियाकलाप और पर्यावरण पर उनके प्रभाव

ü  पर्यावरण परक मुद्दे:  स्थानीय, क्षेत्रीय और वैश्विक, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, मृदा प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, अपशिष्ट ठोस, तरल, बायोमेडिकल, जोखिम पूर्ण, इलेक्ट्रॉनिक) जलवायु परिवर्तन और इसके सामाजिक आर्थिक तथा राजनीतिक आयाम

ü  मानव स्वास्थ्य पर प्रदूषको का प्रभाव

ü  प्राकृतिक और ऊर्जा के स्रोत, सौर, पवन, मृदा, भू- ताप, बायो-मास, नाभिकी और वन

ü  प्राकृतिक जोखिम और आपदाएं:  न्यूनीकरण की युक्तियां

ü  पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986, जलवायु परिवर्तन संबंधी राष्ट्रीय कार्य योजना, अंतरराष्ट्रीय समझौते/ प्रयास- मोंट्रियल प्रोटोकोल, रियो सम्मेलन, जैव विविधता सम्मेलन, क्योटो प्रोटोकॉल, पेरिस समझौता, अंतर्राष्ट्रीय सौर संधि

यूनिट-10: उच्च शिक्षा प्रणाली

ü  उच्च अधिगम संस्थाएं और प्राचीन भारत में शिक्षा

ü  स्वतंत्रता के बाद भारत में उच्च अधिगम और शोध का उद्भव

ü  भारत में प्राचीन, पारंपरिक और गैर पारंपरिक अधिगम कार्यक्रम

ü  मूल शिक्षा और पर्यावरणपरक शिक्षा

ü  नीतियां, सुशासन, राजनीति और प्रशासन

 

अध्यापन में सबसे अनावश्यक कारक कौन है?


Q. अध्यापन में सबसे अनावश्यक कारक कौन है?

  1. छात्रों को दण्ड देना
  2. कक्षा में अनुशासन रखना
  3. प्रभावशाली ढंग से व्याख्यान देना
  4. ब्लैकबोर्ड पर चित्र और रेखाचित्र बनाना


उत्तर - ( 1 ) अध्यापन में सबसे अनावश्यक कारक छात्रों को दण्ड देना है, क्योंकि इससे बेवजह कक्षा में व्यवधान आता है ।


माइक्रोशिक्षण छात्र-अध्यापकों के लिए किस अवधि में सबसे प्रभावशाली होता है?


Q.   माइक्रोशिक्षण छात्र-अध्यापकों के लिए किस अवधि में सबसे प्रभावशाली होता है?

  1. शिक्षण-अभ्यास के दौरान
  2. शिक्षण-अभ्यास के बाद
  3. शिक्षण-अभ्यास से पहले
  4. उपर्युक्त में कोई नहीं


उत्तर - ( 3 ) माइक्रो शिक्षण छात्र-अध्यापकों के लिए शिक्षण अभ्यास से पहले सबसे अधिक प्रभावशाली होता है, क्योंकि इसके बगैर आगे के शिक्षण को सही तरीके से नही किया जा सकता और न ही छात्रों को आगे की बाते सही तरीके से समझ में ही आ सकती है ।


नीचे लिखे गुणों वाला कौन अध्यापक आपको सबसे अच्छा लगता है?


Q.  नीचे लिखे गुणों वाला कौन अध्यापक आपको सबसे अच्छा लगता है?

  1. समय का पाबन्द
  2. अनुसन्धान की ओर प्रवृत्त
  3. लोकप्रिय और आदर्शवादी दर्शन वाला
  4. जो प्रायः छात्रों का मनोरंजन करता है


उत्तर - ( 3 ) वह अध्यापक आदर्शवादी होते हैं, छात्रों द्वारा अधिक पसंद किए जाते हैं क्योंकि छात्र उन्हीं के अनुरूप व्यवहार करते हैं जो उनके विचारों में होते हैं। आदर्शात्मक गुण से अध्यापक का छात्र में सम्मान एवं सौहार्द बढ़ता है तथा छात्र स्वयं को शिक्षण प्रक्रिया के समीप लाता है।


पाठ्यक्रम किसे कहते है?

Q.   निम्नलिखित वक्तव्यों में से कौन सही है?

  1. पाठ्यक्रम पाठ्यविवरण का अंग है।
  2. पाठ्यक्रम पाठ्यविवरण का संलग्नक अंग है।
  3. पाठ्यविवरण उन सभी शिक्षण संस्थाओं का जो किसी विश्वविद्यालय विशेष से सम्बद्ध हैं, एक समान होता है।
  4. पाठ्यक्रम किसी विश्वविद्यालय विशेष से सम्बद्ध महाविद्यालयों में एक समान नहीं होते हैं।


उत्तर - ( 1 ) पाठ्यक्रम पाठ्यविवरण का अंग है । किसी तरह की शिक्षा अथवा प्रशिक्षण के लिए निर्धारित विषयों, उपविषयों (टॉपिक्स) एवं सम्बन्धित सामग्री की व्यवस्थित एवं साररूप में प्रस्तुत ही पाठ्यक्रम (Syllabus) कहलाता है । पाठ्यक्रम प्रायः किसी शिक्षा परिषद (बोर्ड) द्वारा निर्धारित की जाती है या किसी प्राध्यापक द्वारा बनायी जाती है, जो उस विषय के शिक्षण की गुणवत्ता के लिए उत्तरदायी होता है । इस प्रकार समुचित पाठ्यक्रम का शिक्षा में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है ।


प्राकृतिक आपदा से बचाव

Protection from natural disaster   Q. Which one of the following is appropriate for natural hazard mitigation? (A) International AI...