विद्यार्थी की अधिकतम आत्मोपलब्धि (selfrealization) में अध्यापक का योगदान निम्नलिखित में किसके द्वारा होता है?


Q.विद्यार्थी की अधिकतम आत्मोपलब्धि (self-realization) में अध्यापक का योगदान निम्नलिखित में किसके द्वारा होता है?

  1. छात्रों की आवश्यकता की अनवरत पूर्ति द्वारा
  2. कक्षा में छात्र के क्रियाकलापों पर कठोर नियन्त्रण द्वारा
  3. छात्रों की आवश्यकताओं, लक्ष्यों एवं उद्देश्यों के प्रति संवेदनशीलता द्वारा
  4. शैक्षिक स्तर का कठोरता से क्रियान्वयन


उत्तर- ( 3 ) विद्यार्थी की आधिकतम आत्मोपलब्धि (Self-realization) में अध्यापक का योगदान छात्रों की आवश्यकताओं, लक्ष्यों एवं उद्देश्यों के प्रति संवेदनशीलता द्वारा होता है । जब तक छात्र को पाठ का उद्देश्य पूर्णतया ज्ञात नहीं होगा, तब तक छात्र उसमें ध्यान नही देते है। छात्रों द्वारा केवल पाठ का उद्देश्य जान लेने से भी काम नही चलता। यदि पाठ का उद्देश्य बालकों की रूचि को प्रेरणा देने वाला हो तो उनका पूरा ध्यान पाठ को सीखने में लगता है। छात्र की सफलता उसकी लक्ष्य की प्रप्ति पर निर्भर करती है। इसलिए छात्रों के लक्ष्यों को ध्यान में रखकर ही शिक्षण कार्य किया जाता है ताकि उसे छात्रों को अधिकतम सफलता मिल सके। इन सब में छात्र की मदद अध्यापक ही करता है।


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