Q.अभिकथन
(A) : निर्माणात्मक मूल्यांकन अधिगम की गति को
त्वरित बनाता है।
तर्क (R) संकलनात्मक मूल्यांकन की तुलना में
निर्माणात्मक मूल्यांकन अधिक विश्ववसनीय है।
कूट
- (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही तर्क (R) व्याख्या है।
- (A) और (R) दोनों सही हैं किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
- (A) सही है, किन्तु (R) गलत है।
- (A) गलत है, किन्तु (R) सहीं है।
उत्तर- (3) निर्माणात्मक मूल्यांकन विकासोन्मुखी होता है, निर्णयात्मक नहीं होता। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों के अधिगम और अध्यापन को सुधारना होता है। इसका मुख्य कार्य
शिक्षक और विद्यार्थियों को जानकारी देना होता है जिससे वे अपनी कमजोरियों और मजबूतियों
को जानकर शिक्षण प्रक्रिया में सुधार कर सकते हैं। इस प्रकार यह अधिगम अर्थात सीखने की गति को त्वरित करता है। संकलनात्मक मूल्यांकन का उद्देश्य यह मालूम करना होता है एक विशेष अवधि पूर्ण होने
पर शैक्षिक उद्देश्यों को किस मात्रा में प्राप्त कर लिया गया है। इसका प्रयोग
आमतौर पर एक छात्र की अन्य छात्रों के समक्ष तुलना करने के लिए किया जाता है। इस
प्रकार दोनों ही मूल्यांकनों के उद्देश्य अलग-अलग हैं एवं दोनों ही समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।
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