शोध की विशेषताएं / Characteristics of Research
शोध की विशेषताएं / Characteristics of Research |
शोध की विशेषताएं
जब एक शोधकर्ता किसी
समस्या की पहचान कर उस पर अपना शोध कार्य प्रारम्भ करता है तो उसके द्वारा किया जा
रहा अनुसंधान की आधारशीला निम्नलिखित बातों को पूर्ण करने से मजबूत होती है –
- शोध प्रक्रिया पूर्ण रूप से ईमानदारी से हो ।
- शोध निष्कर्ष एक गहन अध्ययन का परिणाम हो ।
- शोध कार्य पूर्णतः विवेक सम्मत किया गया हो ।
- समस्या से संदर्भित तथ्यों का अन्वेषण अच्छी प्रकार से किया गया हो ।
- निष्कर्ष प्रमाणिक हो और उसकी प्रमाणिक सिद्ध हो ।
उपरोक्त तथ्यों के आधार पर
किसी शोध की मुख्य चार विशेषताएं होती है –
- शोध की प्रमाणिकता
- शोध की मौलिकता
- शोध की वैधता
- शोध की वस्तुनिष्ठता
उपरोक्त चार मुख्य
विशेषताओं के अतिरिक्त शोध की प्रकृति के अनुसार शोध की अन्य विशेषताएं भी होती है
जो निम्नलिखित है –
- शोध एक वैज्ञानिक, व्यवस्थित तथा सुनियोजित प्रक्रिया है ।
- शोध कार्य सदैव नवीन ज्ञान की वृद्धि एवं उसका विकास करता है ।
- शोध कार्य सामान्य नियम तथा सिद्धान्तों के प्रतिपादन पर बल देता है ।
- शोध कार्य में व्यक्तिगत पक्षों, भावनाओं तथा विचारों (रूचियों) को महत्व नहीं दिया जाता है ।
- शोध प्रक्रिया में तथ्यों के आधार पर परिकल्पनाओं की पुष्टि की जाती है ।
- शोध प्रक्रिया तार्किक तथा वस्तुनिष्ठ होती है ।
- शोध प्रक्रिया में विश्वसनीय तथा वैध प्रविधियों को प्रयुक्त किया जाता है ।
- शोध कार्य में गुणात्मक तथा परिणामात्मक प्रदत्तों की व्यवस्था की जाती है और उनका विश्लेषण करके निष्कर्ष निकाले जाते है ।
- प्रत्येक शोध-कार्य से निष्कर्ष निकाले जाते है और सामान्यीकरण का प्रतिपादन किया जाता है ।
- शोध-कार्य में धैर्य रखना होता है अर्थात इसमें इसमें शीघ्रता नही की जा जाती है ।
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