Thursday, October 7, 2021

किसी विशिष्ट मामले से सामान्य निष्कर्ष तक के तर्क को निम्नलिखित में से क्या संज्ञा दी जाती है?

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer

162.किसी विशिष्ट मामले से सामान्य निष्कर्ष तक के तर्क को निम्नलिखित में से क्या संज्ञा दी जाती है?

  1. Scientific logic/वैज्ञानिक तर्क
  2. Inductive logic/आगमनात्मक तर्क
  3. Deductive logic/निगमनात्मक तर्क
  4. Theoretical logic/धार्मिक प्रथा  


उत्तर- (2) किसी विशिष्ट मामले से सामान्य निष्कर्ष तक के तर्क को आगमनात्मक तर्क की संज्ञा दी जाती है। आगमनात्मक तर्क में आधारवाक्य विशेष होते हैं जो कि अनुभव से प्राप्त होते हैं और निष्कर्ष सामान्य तर्कवाक्य होता है, जिसमें केवल आकारिक सत्यता ही नहीं वरन् वास्तविक सत्यता भी होती है।

सामाजिक विज्ञान में प्रयोगमूलक शोध निम्नलिखित में से किससे सम्बद्ध है?

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer

161.सामाजिक विज्ञान में प्रयोगमूलक शोध निम्नलिखित में से किससे सम्बद्ध है?

  1. Fictional narratives/काल्पनिक कथानक
  2. Positivist philosophy/सकारात्मक दर्शन
  3. Historical artifacts/एतिहासिक कलाकृति
  4. Religious practices/धार्मिक प्रथा


उत्तर- (2) सामाजिक विज्ञान में प्रयोगमूलक शोध सकारात्मक दर्शन से सम्बद्ध है।

Wednesday, October 6, 2021

शोध में आचार-संहिता के सन्दर्भ में APA से अभिप्राय है?

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer

160.शोध में आचार-संहिता के सन्दर्भ में APA से अभिप्राय है?

  1. एडवांस्ड साइकोलोजिकल ऑथरिटी
  2. अमेरिकन साइकोलोजिकल एसोसिएशन
  3. ऑस्ट्रेलियन साइकोलोजिकल एसोसिएशन
  4. एसोसिएशन ऑफ साइकोलोजिकल असेसमेंट्स


उत्तर- (2) शोध में आचार-संहिता के सन्दर्भ में APA से अभिप्राय अमेरिकन साइकोलोजिकल एसोसिएशन (American Psychological Association) है। APA संयुक्त राज्य अमेरिका में मनोवैज्ञानिकों का सबसे बड़ा व्यावसायिक संगठन है।

यादृच्छिक त्रुटि को कम करने के लिए निम्नलिखित में से कौन-सी विधि उपयुक्त है?

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer


159.यादृच्छिक त्रुटि को कम करने के लिए निम्नलिखित में से कौन-सी विधि उपयुक्त है?

  1. दीर्घ निदर्श आकार का चयन
  2. एक सप्ताह के समयांतराल के पश्चात् परीक्षण करना
  3. हर बार एक समान रूप से उपचार करना
  4. कार्य साधन जाँच करना


उत्तर- (3) यादृच्छिक त्रुटि को कम करने के लिए हर बार एक समान रूप से उपचार करना प्रविधि उपयुक्त है। 

गुणात्मक शोधकर्ता -------------की ओर मात्रात्मक शोध की प्रवृत्ति के कारण उसकी निंदा करते हैं?

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer

158.गुणात्मक शोधकर्ता -------------की ओर मात्रात्मक शोध की प्रवृत्ति के कारण उसकी निंदा करते हैं-

  1. Emphasis on evidence/साक्ष्य पर जोर
  2. Focus on empiricism/अनुभववाद पर जोर
  3. Reductionism/ह्रासवाद
  4. Obsession with creativity/सृजनात्मकता के प्रति अत्यधिक अनुरक्ति


उत्तर- (3) गुणात्मक शोधकर्ता ह्रासवाद की ओर मात्रात्मक शोध की प्रवृत्ति के कारण उसकी निन्दा करते हैं। गुणात्मक अनुसंधान   गुणात्मक अनुसंधान के क्रिया-कलाप गुणात्मक घटनाक्रमों पर केन्द्रित रहते हैं। जबकि मात्रात्मक अनुसंधान के अन्तर्गत मात्रात्मक प्रकार से मापित हो सकने वाली घटनाओं का अध्ययन किया जाता है।

कोई माप किस सीमा तक यादृच्छिक त्रुटि से मुक्त है, इसके मापन की एक विधि में निम्नलिखित में से किसका परिकलन किया जाता है?

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer

157.कोई माप किस सीमा तक यादृच्छिक त्रुटि से मुक्त है, इसके मापन की एक विधि में निम्नलिखित में से किसका परिकलन किया जाता है?

  1. Content validity/विषय-वस्तु वैधता
  2. Experimenter's bias/प्रयोगकर्ता की पूर्वधारणा
  3. Test-retest reliability/परीक्षण-पुनःपरीक्षण विश्वसनीयता
  4. Demand characteristics/माँग अभिलक्षण


उत्तर- (3) कोई माप किस सीमा तक यादृच्छिक त्रुटि से मुक्त है, इसके मापन की एक विधि परीक्षण पुनः परीक्षण विश्वसनीयता है।  विश्वसनीयता ज्ञात करने की परीक्षण पुनः परीक्षण विधि सर्वाधिक सरल एवं स्पष्ट विधि है। इस विधि में परीक्षण को दो बार छात्रों के किसी समूह पर प्रशासित किया जाता है। जिससे प्रत्येक छात्र के लिए दो प्राप्तांक प्राप्त हो जाते हैं। परीक्षण के प्रथम प्रशासन तथा परीक्षण के द्वितीय प्रशासन से प्राप्त अंकों के बीच सह-सम्बन्ध गुणांक की गणना कर ली जाती है।

कर्लिंगर के अनुसार शोधपरक प्रश्नों के उत्तर ज्ञात करने के चार उपागम हैं?

UGC NET General Paper

Home

syllabus

Question Bank

About the UGC Net Exam

About the Writer

156.कर्लिंगर के अनुसार शोधपरक प्रश्नों के उत्तर ज्ञात करने के चार उपागम हैं?

  1. Method of tenacity/दृढ़ता विधि
  2. Method of intuition/अन्तर्ज्ञान विधि
  3. Method of authority/प्राधिकार विधि  
  4. Method of science/विज्ञान विधि  
  5. Method of creativity/सृजनात्मकता विधि
  6. Method of non-functionality/अ-प्रकार्यात्मकता विधि

कूट :

a)  (1), (2), (3) और (4)

b) (2), (3), (4) और (5)

c)  (2), (4), (5) और (6)

d) (3), (4), (5) और (6)


उत्तर- (a) कर्लिंगर के अनुसार शोध प्रश्नों के उत्तर ज्ञात करने के चार उपागम निम्न हैं –

  1. दृढ़ता विधि
  2. अन्तर्ज्ञान विधि
  3. प्राधिकार विधि
  4. विज्ञान विधि

प्राकृतिक आपदा से बचाव

Protection from natural disaster   Q. Which one of the following is appropriate for natural hazard mitigation? (A) International AI...