Wednesday, October 6, 2021

किसी शोध रिपोर्ट में शामिल होते हैं?

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155.किसी शोध रिपोर्ट में शामिल होते हैं?

  1. Financial accounts / वित्तीय लेखे
  2. Prefatory parts / प्रारम्भिक भाग
  3. Utilisation certificates / उपयोगिता प्रमाण - पत्र
  4. Title page / शीर्षक पृष्ठ
  5. Terminal chapters / विषय सूची
  6. अन्तिम अध्याय

कूट :

a)  (1), (2), (3) और (5)

b) (3), (4), (5) और (6)

c)  (3), (4), (5) और (6)

d) (1), (3), (4) और (5)


उत्तर- (b) किसी समस्या पर शोध का उद्देश्य कोई निश्चित निषकर्ष निकालना ही नहीं होता है बल्कि उसे एक वैज्ञानिक ढंग से रिपोर्ट तैयार करना भी शोध एक प्रमुख उद्देश्य होता है। इस रिपोर्ट का मूल उद्देश्य अन्य लोगों को यह बतलाना होता है कि शोधकर्ता द्वारा अमुक समस्या का समाधान किस ढंग से किया गया है। शोध रिपोर्ट का प्रारूप निम्नलिखित है –

  1. शीर्षक पृष्ठ
  2. ऐब्सट्रैक्ट
  3. आमुख
  4. विधि
  5. विवेचना
  6. परिणाम
  7. सन्दर्भ
  8. परिशिष्ट 

निम्नलिखित में से कौन-सा शिक्षा के सिद्धान्त के प्रतिपादक तथा उसके संगत सिद्धांत का युग्म सुमेलित नहीं है?

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154.निम्नलिखित में से कौन-सा शिक्षा के सिद्धान्त के प्रतिपादक तथा उसके संगत सिद्धांत का युग्म सुमेलित नहीं है?

  1. प्लेटो - प्रकृतिवाद
  2. रुसो - प्रकृतिवाद 
  3. प्लेटो - आदर्शवाद
  4. डीवी - व्यवहारिकतावाद


उत्तर- (1) आदर्शवादी दार्शनिक विचारधारा पाश्चात्य यूनानी दार्शनिकों की देन है। दार्शनिक विचारधारा का मूल उद्गम स्थान यूनान को माना जाता है। आदर्शवाद का सबसे सशक्त प्रतिनिधि एवं प्रवर्तक प्लेटो को माना जाता हैं। कुछ शिक्षा सिद्धांतों के जनक इस प्रकार है- 

  • प्रकृतिवाद - रूसो
  • आदर्शवाद - प्लेटो
  • व्यवहारिकतावाद - डीवी

मापी जाने योग्य और बदलते मापों से युक्त ऊँचाई, भार या प्रसन्नता जैसी विशेषता को आप क्या कहेंगे?

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153.मापी जाने योग्य और बदलते मापों से युक्त ऊँचाई, भार या प्रसन्नता जैसी विशेषता को आप क्या कहेंगे?

  1. Heuristic/अनुमानी
  2. Statistics/सांख्यिकी
  3. Variable/चर
  4. Sample/प्रतिदर्श


उत्तर- (3) मापी जाने योग्य और बदलते मापों से युक्त ऊँचाई, भार या प्रसन्नता जैसी विशेषताओं को हम चर कहते हैं। चर वह है जिसका मान (value) परिवर्तित होता रहता है। चर के लिए यह जरूरी नहीं कि किसी वस्तु, चीज या प्राणी के गुणों का मापन सिर्फ मात्रात्मक ढंग से ही हो, यदि उनका मापन गुणात्मक ढंग से भी होता है, तो भी उसे हम चर की श्रेणी में रखेंगे।

कौन-सा स्वतंत्र तथा निर्भर चरों के बीच कारण और प्रभाव सम्बन्ध को सबसे मजबूत साक्ष्य मुहैया कराता है?

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152.निम्नलिखित में से कौन-सा स्वतंत्र तथा निर्भर चरों के बीच कारण और प्रभाव सम्बन्ध को सबसे मजबूत साक्ष्य मुहैया कराता है?

  1. Correlational approach/सहसम्बन्धात्मक उपागम
  2. Non-experimental approach/गैर-प्रायोगिक उपागम
  3. Experimental approach/प्रायोगिक उपागम
  4. Descriptive statistics/वर्णात्मक सांख्यिकी


उत्तर- (3) प्रायोगिक शोध में शोधकर्ता नियंत्रित परिस्थितियों में विशेष चर या चरों में जोड़-तोड़ कर सकता है और उसका प्रभाव का एक-दूसरे चर पर अध्ययन कर सकता है। इसलिए प्रयोगात्मक शोध में स्वतंत्र चर तथा आश्रित चर के बीच कारण प्रभाव सम्बन्ध प्रयोगकर्ता एक विश्वास के साथ स्थापित कर पाता है। 

किसी शोध विषय की मौलिकता किन घटकों पर निर्भर करेगी?

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151.किसी शोध विषय की मौलिकता किन घटकों पर निर्भर करेगी?

  1. विषय की विशिष्टता
  2. उपयोगितावादी आयाम
  3. सहयोग प्रणाली
  4. पर्यवेक्षण की अनावश्यकता
  5. अध्ययन की व्यवहार्यता

कूट :

a)  (1), (2), (3) और (5)

b) (2), (3), (4) और (5)

c)  (1), (2), (3) और (4)

d) (1), (2), (4) और (5)


उत्तर- (a) नवीन ज्ञान के लिए किये जाने वाले व्यवस्थित प्रयास शोध कहलाता हैं। शोध की प्रक्रिया एक गहन, सुव्यवस्थित व तार्किक प्रक्रिया होती है जो मानव के ज्ञान के भण्डार में वृद्धि करता है। नवीन सत्यों की खोज करना अथवा पुरातन सत्यों की नए ढंग प्रस्तुत करना ही ज्ञान का सृजन है कहलाता है। जो ज्ञान भण्डार को समृद्ध करता है।

किसी शोध विषय की मौलिकता निम्न घटकों पर निर्भर करेगी

  1. विषय की विशिष्टता
  2. उपयोगितावादी आयाम
  3. सहयोगी प्रणाली
  4. अध्ययन की व्यवहार्यता

नीचे दिए गए दो समुच्चयों में से समुच्चय- I में प्रस्तुतीकरण का प्रारूप दिया गया है, जबकि समुच्चय II में उनसे सम्बन्धित विशिष्ट स्वरूपों को दर्शाया गया है। इन दो समुच्चयों को सुमेलित कीजिए और अपना उत्तर इंगित करने के लिए कूट का चयन कीजिए

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150.नीचे दिए गए दो समुच्चयों में से समुच्चय- I में प्रस्तुतीकरण का प्रारूप दिया गया है, जबकि समुच्चय II में उनसे सम्बन्धित विशिष्ट स्वरूपों को दर्शाया गया है। इन दो समुच्चयों को सुमेलित कीजिए और अपना उत्तर इंगित करने के लिए कूट का चयन कीजिए- 

समुच्चय -1

(प्रस्तुतीकरण का प्रारूप)

समुच्चय- II

(विशिष्ट स्वरूप)

(A) शोध प्रबन्ध / लघु शोध प्रबंध

(i) विचारों की उन्मुक्त अभिव्यक्ति पर आधारित

(B) शोध पत्र

(ii) समूह-आधारित विमर्श, जो विनिर्दिष्ट होता है

(C) कार्यशाला

(iii) विशिष्ट प्रकरणों पर आधारित विमर्शी चर्चाएँ

(D) संगोष्ठी

(iv) कृत शोध की संक्षिप्तिका पर आधारित प्रस्तुतीकरण

 

(v) व्यवस्थित एवं निर्धारित प्रारूप

कूट :

a)  A- (i), B- (ii), C- (iii), D- (v)

b) A- (ii), B- (iii), C- (iv), D- (v)

c)  A- (iii), B- (i), C- (ii), D- (v)

d) A- (v), B- (iv), C- (ii), D- (iii)


उत्तर- (d)

  • शोध प्रबन्ध/लघु - व्यवस्थित एवं निर्धारित प्रारूप शोध प्रबंध
  • शोध पत्र - कृत शोध की संक्षिप्तिका पर आधारित प्रस्तुतीकरण
  • कार्यशाला - समूह-आधारित विमर्श जो विनिर्दिष्ट होता है
  • संगोष्ठी - विशिष्ट प्रकरणों पर आधारित विमर्शी चर्चाएँ

शोध के उन चरणों / सोपानों की पहचान कीजिए, जिसमें नैतिक निहितार्थों का मुद्दा प्रासंगिक होता है ?

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149.शोध के उन चरणों / सोपानों की पहचान कीजिए, जिसमें नैतिक निहितार्थों का मुद्दा प्रासंगिक होता है । दिए गए कूट में से अपना उत्तर चुनिए-

  1. शोध के प्रश्न की पहचान और उसे परिभाषित करना
  2. हल प्रस्तावित करने के लिए चरों के मध्य सम्बन्धों को कल्पित करना
  3. शोध उपकरणों के उपयोग के माध्यम से प्रदत्तों का संकलन
  4. समग्र तथा प्रतिदर्श चयन की पद्धति को परिभाषित करना
  5. प्रदत्त विश्लेषण और प्रयुक्त पद्धति
  6. निष्कर्षों/परिणामों की प्रतिवेदन पद्धति

कूट :

a)  (1), (2) और (3)

b) (3), (5) और (6)

c)  (2), (3) और (4)

d) (2), (3) और (6)


उत्तर- (b) शोध के निम्नांकित चरणों/सोपानों में नैतिक निहितार्थों का मुद्दा प्रासंगिक होता है –

  1. शोध उपकरणों के उपयोग के माध्यम से प्रदत्तों का संकलन
  2. प्रदत्त विश्लेषण और प्रयुक्त पद्धति
  3. निष्कर्षों / परिणामों की प्रतिवेदन पद्धति

प्राकृतिक आपदा से बचाव

Protection from natural disaster   Q. Which one of the following is appropriate for natural hazard mitigation? (A) International AI...