Posts

नीचे दिए गए दो समुच्चयों में से समुच्चय- शोध की विधियों को निर्दिष्ट करता है, जबकि समुच्चय- II शोध की एक विधि से सम्बन्धित महत्वपूर्ण विशेषता का वर्णन करता है। इन दोनों को सुमेलित करें और अपने उत्तर को इंगित करने के लिए कूट को चुनिए

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 148. नीचे दिए गए दो समुच्चयों में से समुच्चय- शोध की विधियों को निर्दिष्ट करता है , जबकि समुच्चय- II शोध की एक विधि से सम्बन्धित महत्वपूर्ण विशेषता का वर्णन करता है। इन दोनों को सुमेलित करें और अपने उत्तर को इंगित करने के लिए कूट को चुनिए- समुच्चय- I ( शोध विधियाँ) समुच्चय – II ( सम्बन्धित महत्वपूर्ण विशेषताएँ) (A ) प्रयोगात्मक विधि ( i ) एक वृहत् प्रतिदर्श से समग्र पर सामान्यीकरण (B ) कार्योत्तर विधि (ii) पूर्व-घटित घटनाओं के स्वरूपों को मुख्य और गौण स्रोतों के माध्यम से स्थापित करना (C ) ऐतिहासिक विधि (iii) साझाकृत व्यवहारों के स्वरूपों का अध्ययन करना (D ) नृजातीय विधि (iv) नियंत्रण के माध्यम से कारण और प्रभाव का निर्धारण   ( v) प्रेक्षित प्रभावों से कारणपरक कारकों का पता लगाना ...

शोध के अर्थ और विशेषताओं को सर्वाधिक उत्कृष्ट ढंग से प्रतिबिम्बित करता है?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 147. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन शोध के अर्थ और विशेषताओं को सर्वाधिक उत्कृष्ट ढंग से प्रतिबिम्बित करता है ? दिए गए कूट में से अपना उत्तर चुनिए- शोध का अर्थ यथास्थिति को चुनौती देने से है। शोध तथ्यों और सूचना के संग्रहण का एक प्रयास है। शोध निगमनात्मक और आगमनात्मक प्रक्रियाओं का एक संश्लेषण है। शोध का अर्थ अपने दावों और आस्थाओं को प्रमाणित करना है। शोध प्रतिवेदित अध्ययनों की एक सावधानीपूर्वक समीक्षा है। शोध ज्ञान की एक समीक्षात्मक एवं भावपूर्ण खोज है। कूट : a)   (1), (2) और (3) b) (2), (4) और (5) c)   (1), (5) और (6) d) (1), (3) और (6) उत्तर - (d)  शोध के अर्थ और विशेषताओं को सर्वाधिक उत्कृष्ट ढंग से प्रतिबिम्बित करने वाली विशेषताएं निम्नलिखित है- शोध का अर्थ यथास्थिति को चुनौती देने से है। शोध निगमनात्मक और आगमनात्मक प्रक्रियाओं का एक संश्लेषण है। शोध ज्ञान की एक समीक्षात्मक एवं भावपूर्ण खोज है। ...

शोध का वह प्रतिमान, जो शोधार्थी-अभ्यासकर्ता की व्यावसायिक विशेषज्ञता के विकास पर बल देता है, कहलाता है?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 146. शोध का वह प्रतिमान , जो शोधार्थी-अभ्यासकर्ता की व्यावसायिक विशेषज्ञता के विकास पर बल देता है , कहलाता है– Pure research/ मौलिक शोध Applied research/ व्यवहृत शोध Action research/ क्रियात्मक शोध Qualitative research/ गुणात्मक शोध उत्तर- (3) क्रियात्मक शोध अनुसंधान में आने वाली व्यवहारिक समस्याओं के समाधान करने एवं विद्यमान परिस्थितियों का उन्नयन करने पर जोर देता है। इसके अन्तर्गत दैनिक जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान किया भी जाता है। अनुसंधान का यह प्रतिमान शोधार्थी की व्यावसायिक विशेषज्ञता के विकास पर बल देता है जिससे शोधार्थी हर स्थिति एवं परिस्थिति में अपने आप को अपने कार्य में तैयार रखते हैं।

कलाकृतियाँ जो शोध में आंतरिक वैधता को दिखाती है और प्रभावित करती हैं?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 145. कलाकृतियाँ जो शोध में आंतरिक वैधता को दिखाती है और प्रभावित करती हैं- History/ इतिहास Randomisation/ यादृच्छिकता Maturity/ परिपक्वता Instrumentation/ यांत्रिकता Experimental mortality/ प्रायोगिक मृत्युदर Matching/ मिलान करना कूट a)   (1), (2), (3) और (4) b) (1), (3), (4) और (5) c)   (2), (3), (4) और (6) d) (4), (5), (6) और (2) उत्तर- (b) कलाकृतियाँ जो शोध में आंतरिक वैद्यता को दिखाती हैं और प्रभावित करती हैं , निम्न हैं – इतिहास परिपक्वता यांत्रिकता प्रायोगिक मृत्युदर

अनुसंधान डिजाइन के घटक कौन-कौन से हैं?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 144. अनुसंधान डिजाइन के घटक हैं- Comparison/ तुलना Control/ नियंत्रण Reactivity/ अनुक्रियात्मकता Manipulation/ हेर-फेर Non-representativeness/ गैर-प्रतिनिधित्वता   Generalisation/ सामान्यीकरण कूट   a)   (1), (3), (5) और (6) b) (2), (3), (4) और (5) c)   (1), (2), (4) और (6) d) (3), (4), (5) और (6) उत्तर- (c) शोध डिजाइन एक ऐसी योजना होती है जिससे यह पता चलता है कि शोध में कितने स्वतंत्र चर प्रयोग किए गए हैं एवं उनके कितने स्तर हैं। इसके साथ ही  बहिरंग चरों को नियंत्रित करने के लिए किन-किन प्रविधियों का उपयोग किया गया है तथा आश्रित चरों का मापन किस रूप में हुआ है, इसकी जानकारी भी शोध डिजाइन में होती है। शोध डिजाइन शोध समस्याओं के बारे में उत्तर प्राप्त करने की एक वैज्ञानिक परियोजना या रूपरेखा होती है। शोध डिजाइन के निम्न घटक हैं – तुलना नियंत्रण हेर-फेर सामान्यीकरण

एक चर जिसमें हेर-फेर की गई है, कहलाता है?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 143. एक चर जिसमें हेर-फेर की गई है , कहलाता है? Control variable/ नियंत्रण चर Dependent variable/ निर्भर चर Independent variable/ स्वतंत्र चर Confounding variable/ उलझाने वाला चर उत्तर- (3) एक ऐसा चर जिसमें हेर-फेर की गई है , स्वतंत्र चर कहलाता है। स्वतंत्र चर वह चर होता है जिसमें प्रयोगकर्ता द्वारा जोड़-तोड़ किया जा सकता है। दूसरे शब्दों में स्वतंत्र चर वह चर है जिसके मूल्यों में प्रयोगकर्ता परिवर्तन करता है और इस परिवर्तन का प्रभाव उस आश्रित चर पर क्या पड़ता है , यह देखता है। स्वतंत्र चर दो प्रकार के होते हैं – ( a) Type- E स्वतंत्र चर ( b) Type- S स्वतंत्र चर

शोध समस्या का निरूपण किस पर निर्भर करता है?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 142. शोध समस्या का निरूपण किस पर निर्भर करता है ? शोधकर्ता की पसंद के पीछे उद्देश्य क्या है ? विशिष्ट प्रश्न क्या है ? अवधारणात्मक प्रतिदर्श क्या है ? शोध के नकारात्मक घटक कौन से हैं ? अध्ययन को असीमित करने के कारण । परिकल्पना का निर्माण कूट a)   (1), (3), (5) और (6) b) (2), (3), (4) और (5) c)   (1), (2), (3) और (6) d) (3), (4), (5) और (6) उत्तर- (c) शोध समस्या एक ऐसी समस्या होती है जिसके द्वारा दो या दो से अधिक चरों के बीच एक प्रश्नात्मक सम्बन्ध की अभिव्यक्ति होती है। शोध समस्या का निरूपण निम्न पर निर्भर करता है – शोधकर्ता की पसंद के पीछे उद्देश्य क्या है ? विशिष्ट प्रश्न क्या है ? अवधारणात्मक प्रतिदर्श क्या है । परिकल्पना का निर्माण ।