Saturday, October 2, 2021

शोध का मुख्य ध्येय क्या है?

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88.शोध का मुख्य ध्येय क्या है?

  1. साहित्य की समीक्षा करना
  2. पहले से ज्ञात का सारांश करना
  3. अकादमिक उपाधि (डिग्री) प्राप्त करना
  4. नये तथ्यों की खोज करना अथवा ज्ञात तथ्यों की ताजा व्याख्या करना


उत्तर- (4) शोध का मुख्य ध्येय नये तथ्यों की खोज करना अथवा ज्ञात तथ्यों की ताजा व्याख्या करना है। इसके अतिरिक्त अनुसंधान के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित है –

  1. सैद्धान्तिक उद्देश्य (Theoretical Objectives)- इस अनुसंधान के अन्तर्गत वैज्ञानिक विधि के माध्यम से नए सिद्धान्तों एवं नियमों का निर्माण किया जाता है। यह शोध कार्य व्याख्यात्मक (Exploratory) प्रकृति का होता हैं।
  2. तथ्यात्मक उद्देश्य (Factual objectives)- इस अनुसंधान के अन्तर्गत नए तथ्यों की खोज की जाती है तथा इसके आधार पर वर्तमान घटनाओं को समझने की कोशिश की जाती है। यह शोध वर्णनात्मक (Descriptive) प्रकृति का होता है।
  3. सत्यात्मक उद्देश्य (Establishment of truth as objectives)- इस अनुसंधानो के द्वारा नए सत्यों की स्थापना की जाती है। यह शोध प्रश्नों के अन्तिम उत्तरों की जानकारी देता है। 
  4. व्यावहारिक उद्देश्य (Practical Utility)- यह अनुसंधान निष्कर्षों के व्यावहारिक प्रयोग पर आधारित होता है। यह अनुसंधान विकासात्मक (Development) प्रकृति का होता हैं।

नमूना लेने की लॉटरी पद्धति का उपयोग निम्नलिखित में से किसके लिए किया जाता है?

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87.नमूना लेने की लॉटरी पद्धति का उपयोग निम्नलिखित में से किसके लिए किया जाता है?

  1. निर्वचन (व्याख्या)
  2. सिद्धांतीकरण
  3. संकल्पना
  4. बेतरतीब ग्रहण (यादृच्छीकरण)


उत्तर- (4) नमूना लेने की लॉटरी पद्धति का उपयोग बेतरतीब ग्रहण अर्थात यादृच्छिकरण के लिए किया जाता है। 

वैज्ञानिक शोध में क्रमिक संक्रियाएँ कौन-सी हैं?

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86.वैज्ञानिक शोध में क्रमिक संक्रियाएँ कौन-सी हैं?

  1. सहविचरण, भ्रामक संबंधों का बहिष्करण, सामान्यीकरण, सिद्धांतीकरण
  2. सामान्यीकरण, सहविचरण, सिद्धांतीकरण, भ्रामक संबंधों का बहिष्करण
  3. सिद्धांतीकरण, सामान्यीकरण, भ्रामक संबंधों का बहिष्कार, सहविचारण
  4. भ्रामक संबंधों का बहिष्करण, सिद्धांतीकरण, सामान्यी करण, सहविचरण


उत्तर- (1) वैज्ञानिक शोध की क्रमिक संक्रियाएँ इस प्रकार हैं- सहविचरण, भ्रामक संबंधों का वहिष्करण, सामान्यीकरण, सिद्धांतीकरण। 

प्रतिदर्श प्रणालियों में से कौन-सी संभाव्यता पर आधारित नहीं है?

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85.निम्नलिखित प्रतिदर्श प्रणालियों में से कौन-सी संभाव्यता पर आधारित नहीं है?

  1. सरल यादृच्छिक प्रतिदर्श
  2. स्तरबद्ध प्रतिदर्श
  3. कोटा प्रतिदर्श
  4. समूह प्रतिदर्श


उत्तर- (3) सरल यादृच्छिक प्रतिदर्श, स्तरबद्ध प्रतिदर्श, समूह प्रतिदर्श और द्विस्तर प्रतिदर्श संभाव्यता (Probability) पर आधारित है जबकि उद्देश्यपूर्ण प्रतिदर्श, कोटा प्रतिदर्श, आकस्मिक प्रतिदर्श, सुविधानुसार प्रतिदर्श, और स्वेच्छानुसार प्रतिदर्श असंभाव्यता पर (Non-Probability) पर आधारित है।

अध्ययन का उच्चतम स्तर कौन सा है?

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84.अध्ययन का उच्चतम स्तर कौन सा है?

  1. शृंखला अध्ययन
  2. समस्या-समाधान
  3. उद्दीपन-अनुक्रिया अध्ययन
  4. सर्शत-प्रतिवर्त अध्ययन


उत्तर- (4) अध्ययन का उच्चतम स्तर सशर्त-प्रतिवर्त अध्ययन है क्योंकि यह प्रोत्साहन के रूप में जाना जाता है।  

कौन सा अच्छी 'शोध नैतिकता' की श्रेणी से सम्बन्धित है?

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83.निम्नलिखित में से कौन सा अच्छी 'शोध नैतिकता' की श्रेणी से सम्बन्धित है?

  1. सम्पादकों को बताए बगैर एक ही शोध पत्र को दो शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित कराना।
  2. साहित्य की समीक्षा करना जिसमें संगत क्षेत्र के अन्य व्यक्तियों या प्रासंगिक पूर्व कार्यों का योगदान हो।
  3. किसी शोध पत्र में अपने तर्कों पर चर्चा किए बिना ही आँकडो से रूपरेखा को व्यवस्थित करना।
  4. शोधपत्र में किसी भी सहयोगी को उससे कृपा दृष्टि पाने हेतु लेखक के रूप में शामिल करना भले ही उस सहयोगी ने शोध-पत्र में कोई बड़ा योगदान न दिया हो।


उत्तर- (2) अनुसंधान एक ईमानदारी पूर्ण किया जाने वाला कार्य है जो किसी विषय क्षेत्र की समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करता है। नए शोधर्थियों को शोध प्रशिक्षण प्रदान करता है साथ ही उनके ज्ञान के भण्डार में वृद्धि करता है। शोध व्यक्तियों में वैज्ञानिक चेतना जगाता है तथा आने वाले भविष्य को सुन्दर बनाता है। अतः शोध कार्य से यही अपेक्षा की जाती है कि प्रत्येक शोध कार्य इन सभी गुणों से सम्पन्न हो तथा एक शोधकर्ता से भी यह अपेक्षा होती है कि वह अपने व्यक्तित्व में नैतिक गुणों का समावेश करें, क्योंकि शोध, मूल्यों की सम्पूर्ण गुणवत्ता शोधकर्ता के आचार-विचार संवेग, रुचि एवं जीवन मूल्यों पर ही निर्भर करती है। यहाँ एथिक्स' का तात्पर्य अनुसंधान के सौन्दर्य बोध से है, जोकि अनुसंधान विशेष के समग्र गुणों का परिचायक है इसमें अनुसंधानकर्ता के द्वारा उन सभी मापदण्डों का परिपालन किया जाता है जो किसी अनुसंधान को शुद्धता गुणवत्ता, मानवीयता एवं शिष्टता जैसे गुणों से युक्त करता है।

कार्यकारी प्राक्कल्पना क्या होती है?

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82.कार्यकारी प्राक्कल्पना होती है -

  1. किसी तर्क के लिए प्रमाणित प्राक्कल्पना
  2. परीक्षण अपेक्षित न हो
  3. आगे और अधिक शोध के लिए अनन्तिम रूप से स्वीकार्य प्राक्कल्पना
  4. एक वैज्ञानिक सिद्वान्त


उत्तर- (3) कार्यकारी प्राक्कल्पना आगे और अधिक शोध के लिए अनन्तिम रूप से स्वीकार्य प्राक्कल्पना है। परिकल्पना (Hypo thesis) दो या दो से अधिक चरों के अनुमान पर आधारित, कल्पनात्मक तर्कपूर्ण, कार्यक्षम, प्रस्तावित और परीक्षण योग्य कथन है जो यह बताता है कि अनुसंधानकर्ता क्या शोध करना चाहता है। अर्थात शोधार्थी शोध समस्या को कैसे हल करना चाहता है । 

प्राकृतिक आपदा से बचाव

Protection from natural disaster   Q. Which one of the following is appropriate for natural hazard mitigation? (A) International AI...