अभिकथन (R) : उच्च शिक्षा का प्रयोजन विद्यार्थियों में आलोचनात्मक ओर सृजनात्मक चिन्तन योग्यता को बढ़ावा देना है । तर्क (A) इन योग्यताओं से कार्य-स्थापन सुनिश्चित होता है।

Q. अभिकथन (R) : उच्च शिक्षा का प्रयोजन विद्यार्थियों में आलोचनात्मक ओर सृजनात्मक चिन्तन योग्यता को बढ़ावा देना है ।
तर्क (A) इन योग्यताओं से कार्य-स्थापन सुनिश्चित होता है।

निम्नलिखित कूट से सही उत्तर का चयन कीजिये -

कूट :

  1. (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है।
  2. (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
  3. (A) सही है और (R) गलत है ।
  4. (A) गलत है और (R) सही है।


उत्तर- (2) अभिकथन (A) तथा तर्क (R) दोनों सही हैं लेकिन तर्क (R) अभिकथन की सही-सही व्याख्या नहीं कर रहा है । अत: विकल्प (2) सही है।


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