Sunday, October 3, 2021

एक संख्यात्मक अभिक्षमता परीक्षण में पुरुष तथा महिला विद्यार्थी एक समान प्रदर्शन करते हैं।" यह कथन निम्न में से किसको इंगित करता है?

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106."एक संख्यात्मक अभिक्षमता परीक्षण में पुरुष तथा महिला विद्यार्थी एक समान प्रदर्शन करते हैं।" यह कथन निम्न में से किसको इंगित करता है?

  1. शून्य परिकल्पना
  2. दिशात्मक परिकल्पना
  3. सांख्यकीय परिकल्पना
  4. अनुसंधान परिकल्पना


उत्तर- (1) शून्य परिकल्पना (Null hypothesis)- शून्य परिकल्पना वह परिकल्पना है जो यह बताती है कि दो समूहों या चरों का आपसी अन्तर शून्य है अर्थात दो चरों या दो समूहों में कोई सार्थक अन्तर नहीं है। इस प्रकार की परिभाषा को परिभाषित करते हुए कहा गया है कि शून्य परिकल्पना की मान्यता यह है कि दो चरों में कोई अन्तर नही है इसका निर्माण अस्वीकृत होने के उद्देश्य से किया जाता है।"

एक अच्छे शोध प्रबंध लेखन में कौन-कौन से तत्व शमिल होते हैं?

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105.एक अच्छे शोध प्रबंध लेखन में शमिल हैं-

  1. विराम चिन्ह में कमी और न्यूनतम व्याकरणिक अशुद्धियाँ।
  2. संदर्भो की सावधानीपूर्वक जाँच।
  3. शोध प्रबंध लेखन में निरंतरता।
  4. स्पष्ट और अच्छी तरह से लिखा हुआ सारांश।

नीचे दिए कूटों से सही उत्तर का चयन कीजिए –

a)  1, 2 और 3

b) 1, 2 और 4

c)  2, 3 और 4

d) 1, 2, 3 और


उत्तर- (d) शोध प्रबन्ध- वह दस्तावेज जो किसी शोधार्थी द्वारा किये गये शोध को विधिवत प्रस्तुत करता है, शोध-प्रबन्ध (Dissertation or Thesis) कहलाता है। इसके आधार पर शोधार्थी को कोई डिग्री या व्यावसायिक सर्टिफिकेट प्रदान की जाती है। सरल शब्दों में कहें तो एम. फिल अथवा पीएचडी की डिग्री के लिए किसी स्वीकृत विषय पर तैयार की गई किताब जिसमें तथ्य संग्रहित रहते है तथा जिसके आधार पर किसी निष्कर्ष तक पहुँचे की कोशिश की जाती है- वह शोध प्रबन्ध कहलाता है । डॉ नागेन्द्र के शब्दों में "एक अच्छा शोध प्रबंध एक अच्छी आलोचना भी होती है।" शोध अथवा अनुसंधान खोज, अन्वेषण का पर्यायवाची होता है। शोध में उपलब्ध विषय के तथ्यों के द्वारा सत्य को एक नया रूपा दिया जाता है। शोध में शोधार्थी अपनी सूझ व ज्ञान के द्वारा नवीन सिद्धान्तों को प्रतिपादित करता है। शोध प्रबंध का लेखन सृजनात्मक होना चाहिए जिसमें विचारों की अभिव्यक्ति स्पष्ट तथा सरल हो। शोध लेखन में शोधकर्ता को अपने व्यक्तिगत विचारों को बहुत कम रखना चाहिए। इस प्रकार एक शोध-लेखन में शोधार्थी को निम्नांकित बातों का ध्यान रखना चाहिए-

  1. शोध-प्रबंध के लेखन में, आदि से अंत की सभी क्रियाओं को एक प्रवाह के रूप में प्रस्तुत करना चाहिए । शोध के निष्कर्षों की आलोचना तथा पुष्टि भी की जानी चाहिए।
  2. शोध-प्रबंध की भाषा तथा प्रस्तुतीकरण का प्रारूप वैज्ञानिक होना चाहिए। 
  3. शोध-प्रबंध के लेखन में शीघ्रता नही करनी चाहिए क्योंकि इसको कई बार संशोधन करने की आवश्यकता होती है।
  4. शोध-प्रबंध को साधारणतः भूतकाल में लिखा जाता है किन्ही परिस्थितियों में वर्तमान काल में लिखते है।
  5. शोध-प्रबन्ध सदैव अन्य पुरुष में लिखा जाता हैं परन्तु आभार प्रदर्शन को प्रथम पुरुष में लिखना चाहिए।
  6. शोध-प्रबंध लेखन के समय तथा टंकण में लेखन तकनीकी का प्रयोग समुचित ढंग से करना चाहिए।
  7. शोध-प्रबंध के मुख्य अंग में किसी विद्वान का नाम देते समय डॉ. श्री, श्रीमती का प्रयोग नहीं किया जाता है। आभार प्रदर्शन में इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
  8. शोध-प्रबंध का टंकण “11 x 9" के आकार के बांडेड कागज पर किया जाता है। सम्पूर्ण टंकण एक ही मशीन पर किया जाना बेहतर होता है।

किस प्रकार के अनुसंधान के सारांशों/निष्कर्षों को अन्य स्थितियों से सामान्यीकृत नहीं किया जा सकता है?

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104.निम्नलिखित में से किस प्रकार के अनुसंधान के सारांशों/निष्कर्षों को अन्य स्थितियों से सामान्यीकृत नहीं किया जा सकता है?

  1. वर्णनात्मक अनुसंधान
  2. प्रयोगिक अनुसंधान
  3. कारणात्मक तुलनापरक अनुसंधान
  4. ऐतिहासिक अनुसंधान


उत्तर- (4) ऐतिहासिक अनुसंधान- जॉन डब्ल्यू बेस्ट के अनुसार ऐतिहासिक अनुसंधान का संबंध ऐतिहासिक समस्याओं के वैज्ञानिक विश्लेषण से होता है। इसके विभिन्न पद भूत के सम्बन्ध में एक नई सूझ पैदा करते हैं जिसका सम्बन्ध वर्तमान और भविष्य से होता है।" 

ऐतिहासिक अनुसंधान के मूल उद्देश्य इस प्रकार है

  1. वैज्ञानिकों की भूतकालीन तथ्यों के प्रति जिज्ञासा की तृप्ति एवं भूत, वर्तमान तथा भविष्य का संबंध स्थापना है।
  2. ऐतिहासिक अनुसंधान का मूल उद्देश्य भूत के आधार पर वर्तमान को समझना एवं भविष्य के लिए सतर्क होना है।
  3. शिक्षा मनोविज्ञान अथवा अन्य सामाजिक विज्ञानों में चिन्तन को नई दिशा देने एवं नीति - निर्धारण में सहायता करना है।
  4. किन परिस्थितियों में, किन कारणों से व्यक्ति अथवा व्यक्तियों ने एक विशेष प्रकार का व्यवहार किया है, उसका प्रभाव समाज या व्यक्ति विशेष पर पड़ा।
  5. वर्तमान में सिद्धान्त तथा क्रियाएं व्यवहार में हैं, उसका उद्भव एवं विकास की परिस्थितियों का विश्लेषण।
ऐतिहासिक अनुसंधान के पद

  1. आंकड़ों का संग्रह
  2. आंकड़ों का विश्लेषण
  3. उपर्युक्त के आधार पर तथ्यों के विश्लेषण एवं रिपोर्ट ।

अनुसंधान शब्द का अर्थ क्या हैं?

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103.'अनुसंधान' शब्द का अर्थ के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?

  1. अनुसंधान का तात्पर्य किसी समस्या के समाधान का पता लगाने के लिए शुरू की गई व्यवस्थित कार्याकलाप अथवा कार्यकलापों की श्रृंखला से है।
  2. यह एक व्यवस्थित , तार्किक और निष्पक्ष प्रक्रिया है जिसमें परिकल्पना का परीक्षण, आंकड़ों का विश्लेषण, सिद्धान्तों की व्याख्या और रचना की जा सकती है।
  3. यह सत्य के प्रति बौद्धक जाँच अथवा खोज है।
  4. इससे ज्ञान में वृद्धि होती है।

कूट 

a)  2, 3 और 4

b) 1, 3 और 4

c)  1, 2, 3 और 4

d) 1, 2 और 3


उत्तर- (c) अनुसंधान (Research)- व्यापक अर्थ में अनुसंधान (Research) किसी क्षेत्र में ज्ञान की खोज करना" या विधिवत गवेषणा करना होता है। वैज्ञानिक अनुसंधान विधि शोधार्थी की जिज्ञासा का समाधान करने की उत्तम विधि है। इसमें नवीन वस्तुओं की खोज और पुराने वस्तुओं एवं सिद्धांतों के पुनः परीक्षण किया जाता है। वैश्वीकरण के वर्तमान समय में उच्च शिक्षा की आसानी से उपलब्धता और उच्च शिक्षा संस्थानों को शोध से अनिवार्य रूप से जोड़ने की नीति ने शोध की महत्ता को बढ़ाया है । वर्तमान में शैक्षिक शोध का क्षेत्र विस्तृत और सघन हुआ है।

शोध निबंध के अनिवार्य तत्व हैं?

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102.शोध निबंध के अनिवार्य तत्व हैं-

  1. प्रस्तावना, आँकड़ा–संग्रह, आँकड़ा–विश्लेषण, निष्कर्ष और अनुशंसा
  2. कार्यकारी सारांश, साहित्य पुनर्वीक्षण, आँकड़ा संग्रहण, निष्कर्ष, ग्रंथसूची
  3. शोध–योजना, शोध–आँकड़ा, विश्लेषण, संदर्भ
  4. प्रस्तावना, साहित्य पुनर्वीक्षण, शोध-प्रणालियाँ, परिणाम, चर्चा और निष्कर्ष


उत्तर- (4) शोध निबंध लिखने के लिए निम्नलिखित अनिवार्य तत्व है -

  1. प्रस्तावना
  2. साहित्य पुनर्वीक्षण
  3. शोध प्रणालियाँ
  4. परिणाम
  5. चर्चा
  6. निष्कर्ष

जब शिक्षाविदों को व्याख्यान देने अथवा कुछ विशिष्ट शिक्षा संबंधी प्रकरणों पर अपनी प्रस्तुति देने के लिए बुलाया जाता है, तो वह क्या कहलाता है?

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101.जब शिक्षाविदों को व्याख्यान देने अथवा कुछ विशिष्ट शिक्षा संबंधी प्रकरणों पर अपनी प्रस्तुति देने के लिए बुलाया जाता है, तो यह कहलाता है-

  1. प्रशिक्षण कार्यक्रम
  2. कार्यशाला
  3. सिम्पोजियम
  4. सेमिनार


उत्तर- (2) सेमिनार या संगोष्ठी एक सभा होती है जिसमें सूचनाओं के आदान-प्रदान ओर किसी विषय पर परिचर्चा की जाती है। सेमिनार सम्मेलन की अपेक्षा छोटे स्तर पर की जाती है। सेमिनार सीमित एवं औपचारिक प्रकृति की होती है जबकि सम्मेलन अधिक विस्तृत एवं अनौपचारिक प्रकृति का होता है। सेमिनार में परिचर्चा सीमित समय में और गंभीर विषयों पर की जाती है। प्रत्येक सदस्य को सेमिनार में अपने विचार रखने का मौका दिया जाता हैं। अन्त में सेमिनार के विषय पर परिचर्चा होती है। सेमिनार की व्यवस्था प्रबन्ध-तंत्र के कई स्तरों पर की जाती है जिन्हें चार भागों में विभाजित कर सकते हैं –

  1. लघु विचार गोष्ठी
  2. मुख्य विचार गोष्ठी
  3. राष्ट्रीय विचार गोष्ठी
  4. अन्तर्राष्ट्रीय विचार गोष्ठी

जब सामाजिक शोध की योजना बनाई जाए तो बेहतर होगा?

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100.जब सामाजिक शोध की योजना बनाई जाए तो बेहतर होगा?

  1. खुले दिमाग से विषम के बारे में सोचना।
  2. उसमें पूरी तरह डूबने से पहले मार्गदर्शी अध्ययन करना।
  3. विषय से जुड़े साहित्य से परिचित होना।
  4. सैद्धांतिकता को भूलना चाहिये क्योंकि यह एक व्यावहारिक व्याख्या है।


उत्तर- (3) जब सामाजिक शोध की योजना बनाई जाए तो बेहतर होगा कि विषय से जुड़े साहित्य से परिचित होना चाहिए। सामाजिक अनुसंधान की आधारशीला अपनी व्याख्या के सम्बन्ध में संदेह प्रकट करने से ही मजबूत होती है। प्रयोग द्वारा सामाजिक घटनाओं की समझ उत्पन्न करना, घटनाओं में कारणता स्थापित करना और वैज्ञानिक तटस्थता बनाए रखना, सामाजिक अनुसंधान की मुख्य लक्षण हैं। सामाजिक शोध में ऐसी व्याख्या प्रस्तुत नहीं करनी चाहिए जो केवल अनुसंधानकर्ता को संतुष्ट करे, बल्कि ऐसी व्याख्या प्रस्तुत करनी होती है जो आलोचनात्मक दृष्टि वालों या विरोधियों का संदेह दूर कर सके। इसके लिए निरीक्षण को व्यवस्थित करना, तथ्य संकलन और तथ्य निर्वचन के लिए विशिष्ट उपकरणों का प्रयोग करना और प्रयोग में आने वाले प्रत्ययों (Variables) को स्पष्ट करना आवश्यक होता है।  

प्राकृतिक आपदा से बचाव

Protection from natural disaster   Q. Which one of the following is appropriate for natural hazard mitigation? (A) International AI...