UGC NET General Paper |
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100.जब सामाजिक शोध की योजना बनाई जाए तो बेहतर होगा?
- खुले दिमाग से विषम के बारे में सोचना।
- उसमें पूरी तरह डूबने से पहले मार्गदर्शी अध्ययन करना।
- विषय से जुड़े साहित्य से परिचित होना।
- सैद्धांतिकता को भूलना चाहिये क्योंकि यह एक व्यावहारिक व्याख्या है।
उत्तर- (3) जब सामाजिक शोध की योजना बनाई जाए तो बेहतर होगा कि विषय से जुड़े साहित्य से परिचित होना चाहिए। सामाजिक अनुसंधान की आधारशीला अपनी व्याख्या के सम्बन्ध में संदेह प्रकट करने से ही मजबूत होती है। प्रयोग द्वारा सामाजिक घटनाओं की समझ उत्पन्न करना, घटनाओं में कारणता स्थापित करना और वैज्ञानिक तटस्थता बनाए रखना, सामाजिक अनुसंधान की मुख्य लक्षण हैं। सामाजिक शोध में ऐसी व्याख्या प्रस्तुत नहीं करनी चाहिए जो केवल अनुसंधानकर्ता को संतुष्ट करे, बल्कि ऐसी व्याख्या प्रस्तुत करनी होती है जो आलोचनात्मक दृष्टि वालों या विरोधियों का संदेह दूर कर सके। इसके लिए निरीक्षण को व्यवस्थित करना, तथ्य संकलन और तथ्य निर्वचन के लिए विशिष्ट उपकरणों का प्रयोग करना और प्रयोग में आने वाले प्रत्ययों (Variables) को स्पष्ट करना आवश्यक होता है।
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