नीचे दो समुच्चय दिए गए हैं। समुच्चय -1 में शोध के प्रकार दिए गए हैं, जबकि समुच्चय- II में उनकी विशेषताएँ इंगित की गई हैं। इन दोनों को सुमेलित कीजिए और उपयुक्त कूट का चयन कर अपने उत्तर को दीजिए-
| 
   UGC NET General Paper  | 
 ||||
134.नीचे दो समुच्चय दिए गए हैं। समुच्चय -1 में शोध के प्रकार दिए गए हैं, जबकि समुच्चय- II में उनकी विशेषताएँ इंगित की गई हैं। इन दोनों को सुमेलित कीजिए और उपयुक्त कूट का चयन कर अपने उत्तर को दीजिए-
| 
   समुच्चय- I (शोध के प्रकार)  | 
  
   समुच्चय- II (विशेषताएँ)  | 
 
| 
   (a) मौलिक शोध  | 
  
   i.
  हस्तक्षेप के अनुभूत प्रभाव का पता लगाना  | 
 
| 
   (b) व्यवहृत शोध  | 
  
   ii.
  सिद्धांत निर्माण के माध्यम से प्रभावोत्पादक व्याख्या का विकास करना  | 
 
| 
   (c) क्रियात्मक शोध  | 
  
   iii.
  हस्तक्षेप के उपयोग के माध्यम से प्रचलित स्थिति में सुधार लाना  | 
 
| 
   (d) मूल्यांकन-परक शोध  | 
  
   iv.
  विभिन्न स्थितियों में उपयोग के लिए सिद्धांत की प्रयोज्यता की खोजबीन करना  | 
 
| 
   | 
  
   v.
  प्राविधिक संसाधनों को समृद्ध करना  | 
 
कूट : 
a) A- (ii), B- (iii), C- (iv), D- (v)
b) A- (ii), B- (iv), C- (iii), D- (i)
c) A- (v), B- (iv), C- (iii), D- (ii)
d) A- (i), B- (ii), C- (iii), D- (iv)
उत्तर- (b) शोध के प्रकार विशेषताएं –
- मौलिक शोध - सिद्धान्त निर्माण के माध्यम से प्रभावोत्पादक व्याख्या का विकास
 - व्यवहृत शोध - विभिन्न स्थितियों में उपयोग के लिए सिद्धान्त की प्रयोज्यता की खोजबीन करना
 - क्रियात्मक शोध - हस्तक्षेप के उपयोग के माध्यम से प्रभावोत्पादक व्याख्या का विकास करना ।
 - मूल्यांकन परक शोध - हस्तक्षेप के अनूभूत प्रभाव का पता लगाना
 
Comments
Post a Comment