162.नीचे दो समुच्चय दिये गये हैं। समुच्चय- I में शिक्षण तथा अधिगम के विभिन्न स्तर दिये गये हैं तथा समुच्चय- II में उनके उदाहरण तथा महत्व दिये गये हैं। दोनों समुच्चयों को सुमेलित कीजिये तथा सही कूट चुनकर उत्तर दीजिये-
समुच्चय-1 (शिक्षण
तथा अधिगम का स्तर) |
समुच्चय- II (उदाहरण तथा महत्व) |
(A) स्मृति पर |
i. आलोचनात्मक चिंतन
आधारित संज्ञानात्मक अन्तर्विनिमय को बढ़ावा देना । |
(B) अवबोध स्तर |
ii. व्यक्तिगत हित तथा
अभिवृत्तिक महत्व का अनुरक्षण करता है । |
(C) विमर्शी स्तर |
iii. तथ्यों को स्मरण करने उन्हें पहचानने की प्रक्रिया को सुकर बनाता है
। |
|
iv. सम्बन्ध तथा अर्थ
देखने की सम्भावना को बढ़ाता है । |
कूट :
- A- (i), B- (ii), C- (iii)
- A- (iii), B- (ii), C- (iv)
- A- (iii), B- (iv), C- (i)
- A- (iv), B- (iii), C- (ii)
उत्तर- (3) सही मिलान इस प्रकार है -
- स्मृति पर - तथ्यों को स्मरण करने एवं उन्हें पहचानने की प्रक्रिया को सुकर बनाता है।
- अवबोध स्तर - सम्बन्ध तथा अर्थ देखने सम्भावना को बढ़ाता है।
- विमर्शी स्तर - आलोचना त्मक चिंतन आधारित संज्ञानात्मक अन्तर्विनिमय को बढ़ावा देना।
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