Posts

Showing posts from September, 2021

कौन अ-सम्भाव्यता प्रतिचयन कहलाता है?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 30. निम्नलिखित में से कौन अ-सम्भाव्यता प्रतिचयन कहलाता है ? समूह प्रतिचयन कोटा प्रतिचयन व्यवस्थित प्रतिचयन स्तरीकृत यादृच्छिक प्रतिचयन उत्तर- (2) कोटा प्रतिचयन अ-सम्भाव्यतर प्रतिचयन ( Non-Probability Sampling) कहलाता है। अन्य अ-सम्भाव्यता प्रतिचयन इस प्रकार है – उद्देश्य पूर्ण प्रतिचयन ( Purposive Sampling) अंश प्रतिचयन ( Quota Sampling) आकस्मिक प्रतिचयन ( Accidental Sampling) सुविधानुसार प्रतिचयन ( Convennience Sampling) स्वेच्छानुसार प्रतिचयन ( Self-Selected Sampling)

अनुसन्धान की समस्या का चुनाव निम्नलिखित में से किस दृष्टिकोण से होता है?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 29. अनुसन्धान की समस्या का चुनाव निम्नलिखित में से किस दृष्टिकोण से होता है ? शोधार्थी की रुचि आर्थिक सहायता सामाजिक प्रासंगिकता सम्बन्धित साहित्य की उपलब्धता उत्तर- (1) शोधार्थी की रूचि - शोधार्थी को किसी अनुसंधान समस्या का चयन करते समय अपनी रूचि का  ध्यान रखना चाहिए। समस्या के अध्ययन में जब तक उसकी रूचि नही होगी वह समस्या का अध्ययन अच्छी तरह से नही कर पायेगा। अनुसंधान में समस्या के अध्ययन के लिए जितनी ही अधिक रूचि होती है यह देखा गया है कि उसमें उतना ही अधिक समस्या के सम्बंध में गहनतम अध्ययन करने की प्रवृत्ति होती है। जब अनुसंधानकर्ता की अध्ययन विषय में कोई रूचि नही होती है तो वह समस्या का अध्ययन लगन से नही करता है और कठिनाई आने पर वह समस्या का अध्ययन बीच में ही छोड़ देता है। इसके अतिरिक्त अनुसंधान समस्या के चयन से सम्बन्धित कुछ व्यावहारिक तथ्य इस प्रकार है- अनुसंधानकर्ता की अभिक्षता व्यय अध्ययन समय अनुसंधान समस्या व्यवहा...

संभाव्यता प्रतिचयन से क्या आशय है?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 28. संभाव्यता प्रतिचयन का आशय है? स्ट्रेटीफाइड यादृच्छिक प्रतिचयन व्यवस्थित यादृच्छिक प्रतिचयन सरल यादृच्छिक प्रतिचयन उपर्युक्त सभी उत्तर- (4) सम्भाव प्रतिचयन के निम्न प्रकार है – अनियत या संयोगिक प्रतिचयन ( Random Sampling) वर्गबद्ध प्रतिचयन ( Stratified Sampling)  क्लस्तर प्रतिचयन ( Cluster Sampling) द्विस्तर प्रतिचयन ( Double Sampling)

वैज्ञानिक अनुसंधान के मुख्य अभिलक्षण क्या हैं?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 27. वैज्ञानिक अनुसंधान के मुख्य अभिलक्षण हैं? अनुभवाश्रित सैद्धांतिक प्रायोगिक उपर्युक्त सभी उत्तर- (3) वैज्ञानिक अनुसंधान के मुख्य अभिलक्षण इस प्रकार है – प्रामाणिकता या सत्यापनियता निश्चितता वस्तुनिष्ठता सामान्यीकरण व्यवस्थित अध्ययन नियंत्रण वैज्ञानिक अनुसंधान अभिकल्प पुनरावृत्ति परिशुद्धता पूर्वानुमान की क्षमता कार्यकारण सम्बन्ध सैद्धान्तीकरण सार्वभौमिकता प्रयोगिक

जब जनसंख्या (finite) हो तो कौन-सी तकनीक अपनाई जाती है?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 26. जब जनसंख्या ( finite) हो तो कौन-सी तकनीक अपनाई जाती है ? क्षेत्र प्रतिचयन तकनीक सोद्दश्य प्रतिवचन तकनीक क्रमबद्ध प्रतिचयन तकनीक इनमें से कोई नहीं उत्तर- (b) सोद्देश्य या उद्देश्य पूर्ण प्रतिचयन यह वह प्रतिचयन विधि है जिसमें अध्ययन कर्ता सम्पूर्ण जनसंख्या से अपने उद्देश्य के अनुसार अध्ययन इकाईयों का चयन करता है। इस विधि के सम्बन्ध में गिल्फोर्ड ने लिखा है , " उद्देश्य-पूर्ण प्रतिदर्श एक स्वेच्छानुसार चयन किया गया प्रतिदर्श होता है। इस सम्बन्ध में इस तथ्य का ठोस प्रमाण रहता है ऐसा प्रतिदर्श सम्पूर्ण समष्टि का पूर्णरूपेण प्रतिनिधित्व करता है ” । जहोदा के अनुसार , “ उद्देश्यपूर्ण प्रतिचयन की मान्यता यह है कि उचित निर्णय तथा उपयुक्त कुशलता के साथ व्यक्ति प्रतिचयन में सम्मिलित करने हेतु उन मामलों को चुन सकता है तथा ऐसे प्रतिचयन का विकास कर सकता है जो उसकी आवश्यकता के अनुसार संतोषजनक है।" संक्षेप में यह वह प्रतिचयन की व...

प्रयोगात्मक अध्ययन किस नियम पर आधारित होते हैं?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 25. प्रयोगात्मक अध्ययन ... .... के नियम पर आधारित होते हैं- परिवर्ती ( variables) में संयोजन सैद्धान्तिक पैरामीटर शोध का प्रतिकृति ( Replication) साहित्य का सर्वेक्षण पर उत्तर- (1) प्रयोगात्मक अध्ययन - प्रयोगात्मक अध्ययन वह विधि है जिसमें शिक्षक छात्रों को सर्वप्रथम तथ्यों , नियमों अथवा सिद्धान्तों का ज्ञान कराता है और फिर छात्रों को इन तथ्यों , नियमों अथवा सिद्धान्तों को प्रयोगों द्वारा सिद्ध करने की विधि बताता है और इसके बाद छात्र प्रयोग करते है , शिक्षक उसके इस कार्य में सहायता करता है और अन्त में छात्र प्रयोगों के निष्कर्ष से तथ्य , नियम अथवा सिद्धान्त का सत्यापन करते हैं।

अनुसन्धान की खोज की प्रामाणिकता निर्भर करती है?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 24. अनुसन्धान की खोज की प्रामाणिकता निर्भर करती है? मौलिकता पर वैधता पर वस्तुनिष्ठता पर उपर्युक्त सभी उत्तर- (4) अनुसंधान की खोज की प्रमाणिकता , मौलिकता , वैधता ओर वस्तुनिष्ठता पर निर्भर करती है। अनुसंधान की निम्नलिखित विशेषताएँ है – अनुसंधान की प्रक्रिया वैज्ञानिक , व्यवस्थित तथा सुनियोजित होती है। अनुसंधान की प्रक्रिया में नवीन ज्ञान की वृद्धि एवं विकास किया जाता है। इसमें सामान्य नियमें तथा सिद्धान्तों तथा सिद्धान्तों के प्रतिपादन पर बल दिया जाता है । इसमें व्यक्तिगत पक्षों , भावनाओं तथा विचारों (रूचियों) को महत्व नहीं दिया जाता है। इन प्रभावों के लिए सावधानी रखी जाती है। अनुसंधान की प्रक्रिया में प्रदत्तों के आधार परिकल्पनाओं की पुष्टि की जाती है। यह तार्किक तथा वस्तुनिष्ठ प्रक्रिया है। इसमें विश्वसनीय तथा वैध प्रविधियों को प्रयुक्त किया जाता है। शोध-कार्य में गुणात्मक तथा परिणामात्मक प्रदत्तों की व्यवस्था की जाती है और उनक...

विचयन (सैम्पल) के आधार पर निकाले गए निष्कर्ष जाने जाते हैं?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 23. विचयन (सैम्पल) के आधार पर निकाले गए निष्कर्ष जाने जाते हैं- आधार सामग्री विश्लेषण तथा निर्वाचन ( inter pretation) प्राचल (पैरामीटर) अनुमान सांख्यिकी अनुमान उपर्युक्त सभी उत्तर- (4) समाजशास्त्र , मनोविज्ञान और शिक्षाशास्त्र के क्षेत्र में जो अनुसंधान व अध्ययन कार्य किये जाते हैं उनमें आकड़ों को मुख्यतः दो स्रोतों से एकत्र किया जाता है । अध्ययन और अनुसंधान सम्बन्धी आँकड़े सम्पूर्ण जनसंख्या या समष्टि ( Population or Universe) से एकत्र किये जाते हैं अथवा सम्पूर्ण जनसंख्या से प्रतिदर्श ( Sample) चुनकर प्रतिदर्श पर अध्ययन कर आँकड़े एकत्र किये जाते हैं। अनुसंधान सम्बन्धी आँकड़ों के एकत्रीकरण के इन दो स्रोतों से संबन्धित दो अध्ययन पद्धतियाँ हैं- संगणना पद्धति या प्राचलिक पद्धति ( Census Method) प्रतिचयन विधित ( Sampling Method)

फसलों के प्रकार को नक्शे पर प्रदर्शित करने के लिए कौन-सी विधि सबसे उपयुक्त है?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 22. निम्नलिखित विधियों में से फसलों के प्रकार को नक्शे पर प्रदर्शित करने के लिए कौन-सी विधि सबसे उपयुक्त है ? कोरोप्लेथ कोरोक्रोमेटिक कोरोस्कीमेटिक आइसोप्लेथ उत्तर- (1) फसलों के प्रकार को नक्शे पर प्रदर्शित करने के लिए कोरोप्लेथ विधि सबसे उपयुक्त होती है। 

शहरों में जनसंख्या के घनत्व को दिखाने के लिए कोरोप्लेथ नक्शा हेतु कौन-सी विधि चुनेंगे?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 21. शहरों में जनसंख्या के घनत्व को दिखाने के लिए कोरोप्लेथ नक्शा हेतु निम्नलिखित में से कौन-सी विधि चुनेंगे ? क्वार्टाइल्स क्विटिलेस मीन और एस. डी. ब्रेक-प्वाइण्ट उत्तर- (1) शहरों में जनसंख्या के घनत्व को दिखाने के लिए कोरोप्लेथ नक्शा हेतु क्वार्टाइल्स विधि का चुनाव किया जाता है। 

जिस अध्ययन में अनुसन्धानकर्ता प्रभाव को खोजने का प्रयास करता है, उसे क्या कहते हैं?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 20. जिस अध्ययन में अनुसन्धानकर्ता प्रभाव को खोजने का प्रयास करता है , उसे कहते हैं- सर्वेक्षण अनुसन्धान ' एक्स पोस्ट फैक्टा ' अनुसन्धान ऐतिहासिक अनुसन्धान समेकित अनुसन्धान उत्तर- (2) जिस अनुसंधान में अनुसंधानकर्ता प्रभाव को खोजने का प्रयास करता है उसे एक्स पोस्ट फैक्ट अनुसंधान कहते है। 

मौलिक अनुसन्धान किसी योग्यता को दर्शाता है?

UGC NET General Paper Home syllabus Question Bank About the UGC Net Exam About the Writer 19. मौलिक अनुसन्धान किसी योग्यता को दर्शाता है ? नए आदर्शों को संश्लेषण नए सिद्धान्तों की स्थापना अनुसन्धान की विद्यमान सामग्री का मूल्यांकन विद्यमान विभिन्न शीर्षकों पर उपलब्ध साहित्य का अध्ययन उत्तर- (2) मौलिक अनुसंधान -  वे अनुसंधान जिनके निष्कर्ष किसी विशेष वैज्ञानिक नियमों का प्रतिपादन हो , मौलिक अनुसंधान  कहलाते है। मौलिक अनुसंधान का प्रमुख उद्देश्य नई प्ररचनाओं ( Construsts) का निर्माण करना होता है। मौलिक अनुसंधान में अनुसंधानकर्ता , प्राकृतिक घटनाओं ( Phenomena) को अपने अध्ययन के निष्कर्षों से सम्बंधित करता है। इस प्रकार के अनुसंधान में तथ्यों ( Facts) का एकत्रीकरण किया जाता है। अनुसंधानकर्ता इन तथ्यों को उपयोगिता आदि की दृष्टि से एकत्रित नहीं करता बल्कि वह इन तथ्यों को इसलिए एकत्रित करता है क्योंकि तथ्य एकत्रित करने योग्य हैं। इस प्रकार मौलिक अनुसंधान हमारे ज्ञान में वृद्धि करता है।