वाल्मीकि रामायण: एक सामान्य परिचय

वाल्मीकि रामायण: एक सामान्य परिचय वाल्मीकि रामायण भारतीय साहित्य का प्राचीनतम महाकाव्य है , जिसे आदि कवि महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत में रचा। यह महाकाव्य भगवान श्रीराम के जीवन , आदर्श , और संघर्षों को विस्तृत रूप में प्रस्तुत करता है। इसे " आदिकाव्य" भी कहा जाता है , क्योंकि यह संस्कृत का सबसे पुराना महाकाव्य माना जाता है। 1. रचनाकार – महर्षि वाल्मीकि महर्षि वाल्मीकि एक तपस्वी ऋषि और आदि कवि थे। उन्होंने नारद मुनि से श्रीराम के आदर्श चरित्र की जानकारी प्राप्त की और अपनी तपस्या के बल पर रामायण की रचना की। 2. संरचना (कांड और श्लोकों की संख्या) वाल्मीकि रामायण में 7 कांड (सर्ग) और लगभग 24,000 श्लोक हैं। कांड का नाम मुख्य विषय बालकांड श्रीराम का जन्म , विश्वामित्र के साथ वनगमन , ताड़का वध , जनकपुरी में आगमन , शिव धनुष भंग और सीता विवाह अयोध्याकांड राम के राज्याभिषेक की तैयारी , कैकेयी की मांग , राम का वनवास , भरत की अयोध्या वापसी और राम की पादुका को राजसिंहासन पर रखना ...