105.एक अच्छे शोध प्रबंध लेखन में शमिल
हैं-
- विराम चिन्ह में कमी और न्यूनतम व्याकरणिक अशुद्धियाँ।
- संदर्भो की सावधानीपूर्वक जाँच।
- शोध प्रबंध लेखन में निरंतरता।
- स्पष्ट और अच्छी तरह से लिखा हुआ सारांश।
नीचे दिए कूटों से सही उत्तर
का चयन कीजिए –
a)
1, 2 और 3
b)
1, 2 और 4
c)
2, 3 और 4
d)
1, 2, 3 और 4
उत्तर- (d) शोध प्रबन्ध- वह दस्तावेज जो किसी
शोधार्थी द्वारा किये गये शोध को विधिवत प्रस्तुत करता है, शोध-प्रबन्ध (Dissertation or Thesis) कहलाता है। इसके आधार पर
शोधार्थी को कोई डिग्री या व्यावसायिक सर्टिफिकेट प्रदान की जाती है। सरल शब्दों में कहें तो एम. फिल अथवा पीएचडी की डिग्री के लिए किसी स्वीकृत विषय पर तैयार की
गई किताब जिसमें तथ्य संग्रहित रहते है तथा जिसके आधार पर किसी निष्कर्ष तक पहुँचे
की कोशिश की जाती है- वह शोध प्रबन्ध कहलाता है । डॉ नागेन्द्र के शब्दों में "एक अच्छा शोध प्रबंध एक अच्छी आलोचना भी
होती है।" शोध अथवा अनुसंधान खोज, अन्वेषण का पर्यायवाची होता है। शोध
में उपलब्ध विषय के तथ्यों के द्वारा सत्य को एक नया रूपा दिया जाता है। शोध में शोधार्थी अपनी सूझ व ज्ञान के द्वारा नवीन सिद्धान्तों को
प्रतिपादित करता है। शोध प्रबंध का लेखन सृजनात्मक होना चाहिए जिसमें विचारों की अभिव्यक्ति स्पष्ट तथा सरल हो। शोध लेखन में
शोधकर्ता को अपने व्यक्तिगत विचारों को बहुत कम रखना चाहिए। इस प्रकार एक शोध-लेखन में शोधार्थी को निम्नांकित बातों
का ध्यान रखना चाहिए-
- शोध-प्रबंध के लेखन में, आदि से अंत की सभी क्रियाओं को एक
प्रवाह के रूप में प्रस्तुत करना चाहिए । शोध के निष्कर्षों की आलोचना तथा पुष्टि
भी की जानी चाहिए।
- शोध-प्रबंध की भाषा तथा प्रस्तुतीकरण का प्रारूप वैज्ञानिक
होना चाहिए।
- शोध-प्रबंध के लेखन में शीघ्रता नही करनी चाहिए क्योंकि इसको
कई बार संशोधन करने की आवश्यकता होती है।
- शोध-प्रबंध को साधारणतः भूतकाल में लिखा जाता है किन्ही
परिस्थितियों में वर्तमान काल में लिखते है।
- शोध-प्रबन्ध सदैव अन्य पुरुष में लिखा जाता हैं
परन्तु आभार प्रदर्शन को प्रथम पुरुष में लिखना चाहिए।
- शोध-प्रबंध लेखन के समय तथा टंकण में लेखन तकनीकी का प्रयोग
समुचित ढंग से करना चाहिए।
- शोध-प्रबंध के मुख्य अंग में किसी विद्वान का नाम देते समय
डॉ. श्री, श्रीमती का प्रयोग नहीं किया
जाता है। आभार प्रदर्शन में इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
- शोध-प्रबंध का टंकण “11 x 9" के आकार के बांडेड कागज पर
किया जाता है। सम्पूर्ण टंकण एक ही मशीन पर किया जाना बेहतर होता है।