Q. एक-प्रश्नावली तैयार करते समय निम्नलिखित में से कौन-से कदम उठाए जाने की आवश्यकता है?
- अध्ययन के प्राथमिक और द्वितीयक उद्देश्य लेखन
- वर्तमान साहित्य की समीक्षा ।
- प्रश्नावली का प्रारूप तैयार करना ।
- प्रारूप का पुनरीक्षण ।
नीचे
दिए कूटों से सही उत्तर का चयन कीजिए –
a) 1, 3 और 4
b) 2, 3 और 4
c) 1, 2, 3 और 4
d) 1, 2 और 3
उत्तर- (c) एक प्रश्नावली तैयार करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखा जाता है-
- प्रश्नावली का प्रारूप तैयार करना।
- वर्तमान साहित्य की समीक्षा करना।
- अध्ययन के प्राथमिक और द्वितीयक उद्देश्यों का लेखन करना।
- प्रारूप की पुनः समीक्षा करना।
प्रश्नावली की परिभाषाएं
गुड और हॉट (1952) के अनुसार “सामान्य रूप से प्रश्नावली का अर्थ, प्रश्नों के उत्तर प्राप्त करने की उस प्रणाली से है जिसमें एक पत्रक, पारूप या प्रपत्र का उपयोग किया जाता है जिसे उत्तरदाता स्वयं भरता है ।"
करलिंगर (1978) ने प्रश्नावली के अर्थ को स्पष्ट करते हुए लिखा है कि “प्रायः ऐसे किसी भी यंत्र के लिए प्रश्नावली शब्द का व्यवहार किया जाता है जिसमें ऐसे प्रश्न या पद होते हैं जिसके लिए व्यक्ति स्वयं उत्तर प्रस्तुत करता है । यद्यपि प्रश्नावली और अनुसूची दोनों पदों का उपयोग एक-दूसरे के स्थान पर किया जाता है, फिर भी प्रश्नावली का सम्बन्ध अधिकांशतः एक स्वप्रकाशित यंत्र से रहता है, जिसमें बन्द या निश्चित विकल्प वाले प्रश्न ही रहते हैं ।"
प्रश्नावली की उपयोगिता
- प्रश्नावलियों का उपयोग प्रदत्त संकलन या सूचना संकलन के लिये किया ही जाता है।
- प्रश्नावलियों का उपयोग निरीक्षण विधि ओर साक्षात्कार विधि के साथ पूरक विधि के रूप में किया जाता है।
- प्रश्नावलियों का उपयोग सामाजिक व्यवहार और व्यक्तिगत व्यवहार से सम्बन्धित समस्याओं के अध्ययन में किया जाता है।
- प्रश्नावली का उपयोग मतों, अभिवृत्तियों और रूचियों के अध्ययन में भी किया जाता है।